रांची। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने 734 करोड़ रुपये की वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) घोटाले की जांच के दौरान 15.41 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इससे पहले इस मामले में 5.20 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
अधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि जब्त की गई संपत्ति घोटाले के मास्टर माइंड के करीबी अमित गुप्ता की है। जब्त की गई सभी संपत्तियां कोलकाता में स्थित हैं। घोटाले के सिंडिकेट में शामिल लोगों ने कमीशन के तौर पर 67 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की है।
इडी रांची ने जीएसटी इंटेलिजेंस की ओर से दर्ज किए गए मामलों के आधार पर जीएसटी घोटाले की जांच शुरू की थी। जांच के दौरान इडी ने आठ मई 2025 को जमशेदपुर और कोलकाता में छापा मारा। छापेमारी के दौरान मिले तथ्यों और सबूतों के आधार पर घोटाले के मास्टर माइंड शिवकुमार देवड़ा, मोहित देवड़ा, अमित गुप्ता और अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भालोटिया को गिरफ्तार किया गया था।
इडी की ओर से मामले की जांच के बाद गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया जा चुका है। जांच में पाया गया कि जीएसटी घोटाले को अंजाम देने के लिए शिव कुमार देवड़ा सहित अन्य आरोपितों ने मिलकर 135 शेल कंपनियां बनाई हैं और शेल कंपनियों के सहारे बगैर सामग्रियों के आपूर्ति के ही जीएसटी का फर्जी बिला बनाया और इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ लिया। आरोपितों ने फर्जी जीएसटी बिल के बदले पांच प्रतिशत की दर से कमीशन लिया। इस तरह इन लोगों नें सिर्फ कमीशन के रूप में 67 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की। मामले में इडी की जांच जारी है।