रांची। भाजपा ने गुरुवार को पूरे प्रदेश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 110 वीं जयंती मनायी। सभी जिलों में गोष्ठियां आयोजित कर पंडित दीनदयाल जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की चर्चा की गयी। उनके एकात्म मानव दर्शन और अंत्योदय की विचारधारा पर चलते हुए एक आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने का संकल्प लिया गया।
राजधानी रांची स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर विधायक सीपी सिंह, मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल, जिला अध्यक्ष वरुण साहू सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस अवसर पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का विचार भारत की मिट्टी का विचार है। वे कुशल दूर दृष्टा, विचारक और चिंतक थे। भारत के विभाजन के बाद तुष्टीकरण की राजनीति को समाप्त करने के लिए देश को एक नयी राजनीतिक दिशा भारतीय जनसंघ के रूप में पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने दी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने समरस भारत बनाने के लिए अंत्योदय की महत्ता पर जोर दिया। बिना अंतिम पायदान के व्यक्ति और समाज को विकास की मुख्यधारा में शामिल किये भारत को विकसित भारत नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूती प्रदान करने के लिए एकात्म मानव दर्शन को परिभाषित किया। मरांडी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व भारत सरकार पंडित दीनदयाल जी के विचारों को धरातल पर उतार रही। आज गरीब कल्याण की योजनाओं के कारण ही 25 करोड़ परिवार देश भर में गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। उन्होंने कहा कि आज विकास के साथ विरासत भी महिमामंडित हो रहा। भारत की सनातन संस्कृति गौरवान्वित हो रही। देश में ही नहीं भारत के बाहर भी भारत की सांस्कृतिक विरासत का महिमा मंडन हो रहा।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक, विचारक थे जिन्होंने देश सेवा में अपने प्राणों की आहुति दे दी। ऐसे महामानव से आज देश के करोड़ों कार्यकर्ता प्रेरित हो रहे। भारत को विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत, स्वाभिमानी भारत बनाने के लिए लगातार कार्य कर रहे।