नई दिल्ली। डेकोरेटिव वाल पैनल बनाने वाली कंपनी यूरो प्रतीक सेल्स के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में मजबूत एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। हालांकि लिस्टिंग के बाद बिकवाली का दबाव बन जाने के कारण आईपीओ निवेशकों की खुशी फीकी पड़ गई। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 247 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई पर इसकी लिस्टिंग 10 प्रतिशत से अधिक प्रीमियम के साथ 273.45 रुपये के स्तर पर और एनएसई पर 272.10 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद मुनाफा वसूली शुरू हो जाने के कारण इस शेयर की चाल में गिरावट आ गई। सुबर 11 बजे तक कारोबार होने के बाद यूरो प्रतीक सेल्स के शेयर 252.60 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे थे।
यूरो प्रतीक सेल्स का 451.39 करोड़ रुपये का आईपीओ 16 से 18 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.41 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 1.10 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 2.02 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.31 गुना और एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व पोर्शन 4.09 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी हुआ है, बल्कि 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 1,82,75,007 शेयर की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है। यानी कंपनी को इस आईपीओ से कोई पैसा नहीं मिला है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 59.57 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 62.91 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 76.44 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की कुल आय में उतार-चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 268.55 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, जो वित्त वर्ष 2023-24 में घट कर 230.11 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। इसके बाद वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी की आय बढ़ कर 291.52 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई।