पटना। बिहार सरकार ने राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटेट) परीक्षा की तिथि घोषित कर दी है। परीक्षा का आयोजन 12 अक्टूबर से 31 के बीच किया जायेगा। परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया 19 सितंबर से 27 सितंबर तक चलेगी। राज्य के शिक्षा मंत्री ने शिक्षक भर्ती परीक्षा 4.0 को लेकर भी महत्वपूर्ण घोषणा की है।
बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने सोमवार को एक पत्रकार वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शिक्षा विभाग लगातार युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है।
शिक्षा मंत्री ने टीआरई-4 की बहाली का रोडमैप साझा करते हुए कहा कि अगले 4 से 5 दिनों के भीतर टीआरई-4 की वैकेंसी जारी कर दी जाएगी। इस बार 26,000 से अधिक पदों पर नियुक्तियां होंगी। हालांकि 3-4 जिलों में रोस्टर क्लीयरेंस का काम अभी बाकी है, लेकिन शेष जिलों से रोस्टर रिपोर्ट प्राप्त हो गई है।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि इसके बाद पांचवें चरण की बहाली भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग वैकेंसी की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन रिक्तियों का निर्धारण छात्रों की संख्या के आधार पर किया जाता है। बिहार के सरकारी विद्यालयों में इस समय 1.76 करोड़ छात्र पढ़ रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग ने हाल के वर्षों में 33 हजार प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति की है। इसके अलावा 2.33 लाख से अधिक विद्यालय अध्यापक (बीपीएससी) के माध्यम से नियुक्त किए गए हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा एसटीईटी-2025 का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 19 सितंबर से शुरू है और 27 सितंबर तक आवेदन लिए जाएंगे। इच्छुक अभ्यर्थी इस अवधि में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन भर सकते हैं। परीक्षा का आयोजन 12 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच होगा और 16 नवंबर को परिणाम जारी कर दिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने इस मौके पर कहा कि अभ्यर्थियों को समय पर आवेदन और परीक्षा की तैयारी पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इस बार परीक्षा की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी होगी। शिक्षा विभाग का उद्देश्य योग्य अभ्यर्थियों को निष्पक्ष अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 9 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां युवाओं को दी हैं। इसके अलावा लगभग 40 से 41 लाख लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। कुल मिलाकर 50 लाख लोगों को नौकरी और रोजगार देने का कार्य किया गया है।
शिक्षा मंत्री ने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार युवाओं के हर हित का ख्याल रख रहे हैं। मौजूदा प्रयासों की बदौलत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने रोजगार के क्षेत्र में ऐतिहासिक काम किया है और भविष्य में इसे और आगे बढ़ाया जाएगा।