Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, May 19
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»बिजनेस»जीएसटी के तहत कई दरें रखना नुकसानदायक: पी. चिदंबरम
    बिजनेस

    जीएसटी के तहत कई दरें रखना नुकसानदायक: पी. चिदंबरम

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीOctober 24, 2016No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कोलकाता:  पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि प्रस्तावित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था की तहत कर की कई दरें रखना ‘घातक’ होगा और यह यह पुराने ‘वैट’ को नए आकार में पेश करने के अलावा और कुछ नहीं होगा। चिदंबरम ने भारतीय प्रबंधन संस्थान-कलकत्ता के विद्यार्थियों के साथ आर्थिक सुधारों पर परिचर्चा में कहा, ‘‘हम ईमानदारी से उम्मीद करते हैं कि मानक के डिजाइन की गलत व्याख्या नहीं हो, जीएसटी की मानक घटा और जमा दर हो। हमारे पास 20 दरें हो सकतीं हैं। यह घातक होगा और यह जीएसटी नहीं हो सकता। यह देश को मूर्ख बनाना है।’’

    उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बारे में बेहतर समझ बनेगी और इसमें दरों की संख्या तीन के आसपास रहेगी। सरकार का जीएसटी को 1 अप्रैल, 2017 से लागू करने का इरादा है। यह पूछे जाने पर कि कुछ राज्य जीएसटी सुधार के लिए तैयार नहीं हैं, चिदंबरम ने कहा कि जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने वैट लागू किया था, उस समय भी कुछ राज्य शुरुआत में इसमें शामिल नहीं हुए थे। बाद में सभी इसमें शामिल हो गए थे।उन्होंने कहा कि मानक दर कुछ भी हो, इससे सेवा कर बढ़ेगा। जीएसटी परिषद की पिछले सप्ताह हुई बैठक में उपकर लगाने के मुद्दे पर राज्यों के बीच करीब करीब आम सहमति बन गई थी। हालांकि, कर विशेषज्ञों और उद्योगों ने इसका विरोध किया है। उनका कहना है कि इससे एक राष्ट्र एक कर का जीएसटी लागू करने का उद्देश्य ही समाप्त हो जायेगा।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleएफडीआई नीति में ‘रुकावट’ वाले मुद्दों को हल करेगी सरकार
    Next Article कुपवाड़ा जिले में मुठभेड़ में आतंकवादी ढेर
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    सर्राफा बाजार में चमका सोना, चांदी का भी बढ़ा भाव

    May 19, 2025

    शुरुआती कारोबार में उतार चढ़ाव के बीच सेंसेक्स और निफ्टी में मामूली तेजी

    May 19, 2025

    ग्लोबल मार्केट से मिले-जुले संकेत, एशिया में बिकवाली का दबाव

    May 19, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • 236 करोड़ से तैयार होगा यूपी का चौथा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम
    • बांग्लादेश से भारत में घुसे तीन घुसपैठिए गिरफ्तार
    • मुख्यमंत्री ने 315 नवनियुक्त प्रखंड उद्यान पदाधिकारियों को दिया नियुक्ति पत्र
    • सिरसा: अंडर-19 क्रिकेट टीम में देश का प्रतिनिधित्व करेगा कनिष्क चौहान
    • खेलो इंडिया बीच गेम्स की शुरुआत दीव के घोघला बीच पर बीच सॉकर ग्रुप मैचों के साथ हुई
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version