नई दिल्ली:   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि, ऊर्जा और परिवहन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सरकार के कामकाज की आलोचनात्मक समीक्षा करने के लिए सचिवों के दस समूहों का गठन किया है जो नवंबर के अंत तक अपनी-अपनी रपट पेश करेंगे। मोदी ने गुरुवार को केंद्र सरकार के सभी सचिवों की बैठक बुलाई थी। इसमें काबीना और राज्य स्तर के मंत्री भी उपस्थित थे। इसमें मंत्रिमंडलीय सचिव पी.के. सिन्हा ने एक प्रस्तुति दी जो इससे पहले गठित किए गए सचिवों के आठ समूहों द्वारा जनवरी में प्रधानमंत्री को सौंपी गई रपटों पर आगे की कार्रवाई के संबंध में थी।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा गया है, ‘‘सचिवों के दस नए समूह बनाए जा रहे हैं। यह संचालन संबंधी विभिन्न मुद्दों पर गौर करेंगे और नवंबर के अंत तक अपनी रपट सौंपेंगे।’’ बयान के अनुसार पिछले समूहों ने कुछ खास विषयों पर गौर किया था पर नए समूह अलग-अलग क्षेत्रों पर गौर करेंगे जिनमें कृषि, ऊर्जा और परिवहन इत्यादि शामिल हैं। मोदी ने इन सचिवों से कहा है कि वे अपने-अपने अध्ययन वाले क्षेत्र में सरकार के अब तक के काम की आलोचनात्मक समीक्षा करें। उन्होंने सचिवों को अनुसंधान संबंधी विषयों में युवा अधिकारियों को जोड़ने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री का निर्देश है कि सभी समूहों को ऐसी प्राथमिकताएं निरूपित करनी चाहिए ताकि भारत अपनी 80 करोड़ युवा आबादी का फायदा उठा सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के सचिवों की टोली के पास ऐसी पर्याप्त सामूहिक सोच और पूरा अनुभव है जिससे वे भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नीतियों का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने सचिवों से पूरी मजबूती के साथ काम करने का आहवान किया।

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