रांची: कांग्रेस की नवगठित कार्यसमिति की पहली बैठक के पहले जमकर हंगामा हुआ। विधानसभा सभागार में शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत के कार्यकर्ताओं और विपक्षी गुट के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प हो गयी। दोनों तरफ से काफी देर तक तू-तू मैं-मैं हुई, जो धक्का मुक्की तक पहुंच गयी। विपक्षी खेमे के नेताओं के समर्थक हाथों में सुखदेव हटाओ, कांग्रेस बचाओ लिखे नारे की तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। विधायक मनोज यादव, इरफान अंसारी और अजय राय समेत अन्य नेताओं के सैकड़ों समर्थक सुखदेव भगत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं में जब नोकझोंक तेज हुई, तो मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें शांत कराया।
हरिप्रसाद ने की विक्षुब्ध नेताओं के साथ बैठक
कार्यकर्ताओं के हंगामे के बीच कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने सुखदेव भगत, सुबोधकांत सहाय, फुरकान अंसारी, मनोज यादव, इरफान अंसारी, कुमार राकेश, परवेज आलम, ज्योतिष कुमार और विजय यादव समेत कई नेताओं को विधानसभा के अतिथिगृह में बातचीत के लिए बुलाया। मीटिंग हॉल में विक्षुब्ध कांग्रेस नेताओं के तेवर कड़े थे। वे सिर्फ सुखदेव भगत को हटाने की मांग पर अड़े थे। उनका कहना था कि सुखदेव भगत ने योगेंद्र साव से मामला सलटाने के लिए 10 लाख रुपये लिये हैं। उधर अतिथिगृह के बाहर कार्यकर्ताओं का हंगामा जारी था। यहां हुई बातचीत के बाद कांग्रेस के सभी नेता कार्यसमिति की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे।