नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या को लेकर मेगा प्लान तैयार किया है जिसे दिवाली के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद अयोध्या में इसका एलान करेंगे। इसके तहत राम की नगरी अयोध्या में एक भव्य राम की प्रतिमा बनाने की योजना है। श्रीराम के इस विराट स्वरुप की ऊंचाई सौ मीटर हो सकती है। इसके साथ-साथ योगी सरकार ने अयोध्या के कायाकल्प को लेकर कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर भी एक साथ काम रही है।

योगी का प्लान ‘नव्य अयोध्या’

  • सरयू तट पर भगवान श्रीराम की भव्य प्रतिमा
  • श्रीराम की प्रतिमा की ऊंचाई 100 मीटर होगी
  • रामकथा गैलरी, सरयू तट, घाटों का विकास
  • गुप्तार घाट के विकास पर खास फोकस
  • गुप्तार घाट पर भगवान राम ने जल समाधि ली थी
  • दिगम्बर अखाड़ा परिसर में ऑडिटोरियम का निर्माण
  • राम की पैड़ी का विकास, पर्यटकों के ठहरने के स्थल
  • सीसीटीवी कैमरा, पुलिस बूथ, आवागमन के साधन

यूपी के पर्यटन विभाग ने नव्य अयोध्या प्रोजेक्ट तैयार किया है। विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने सोमवार को राजभवन में इस प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन दिया और नव्य अयोध्या यानी नए अयोध्या के पूरे प्लान की जानकारी राज्यपाल को दी।इसमें सबसे अहम था अयोध्या में श्रीराम के भव्य प्रतिमा का निर्माण। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का भविष्य अभी सुप्रीम कोर्ट के हाथों में है। फैसला जो भी आए लेकिन श्रीराम के करोड़ों भक्तों को भगवान के भव्य स्वरूप का दर्शन जल्द ही उपलब्ध हो सकता है।

दुनिया की दूसरी मूर्तियों से श्रीराम की मूर्ति की ऊंचाई की तुलना करें तो गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के पास बन रहे सरदार पटेल की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई 182 मीटर है जबकि अमेरिकी के न्यूयॉर्क में मौजूद स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी की ऊंचाई 93 मीटर है। वहीं अयोध्या में बनने वाले श्रीराम की प्रतिमा 100 मीटर ऊंची होगी।

योगी सरकार अयोध्या को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए रामकथा गैलरी, सरयू तट का विकास, घाटों का सुधार खासकर गुप्तार घाट जहां भगवान श्रीराम ने जल समाधि ली थी, दिगम्बर अखाड़ा परिसर में ऑडिटोरियम का निर्माण,  राम की पैड़ी का विकास,  पर्यटकों के ठहरने के स्थल, सीसीटीवी कैमरा,  पुलिस बूथ, आवागमन के साधन सहित दूसरी नागरिक सुविधाओं के विकास भी सरकार फोकस कर रही है।

पर्यटन विभाग ने अपने प्रेजेंटेशन में राज्यपाल को बताया कि अयोध्या के विकास कार्यों के लिए 196 करोड़ का डीपीआर बनाकर केंद्र सरकार को भेजा गया था जिसमें 134 करोड़ की राशि केंद्र ने यूपी सरकार को मुहैया करा दी है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी से अनुमति मिलने के बाद अयोध्या में भगवान राम के इस भव्य प्रतिमा का निर्माण शुरू हो जाएगा।

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