गुमला : झारखंड में सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. खासकर सरकारी अस्पतालों में. कहीं शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करवाया जाता, तो शव को पोस्टमार्टम हाउस में जगह नहीं दी जाती. गुमला में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी है. सड़क हादसे में मृत व्यक्ति के शव को गुमला पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस के बाहर पेपर से ढंक कर चली गयी. शव छह घंटे तक बाहर पड़ा रहा.

लावारिस हालत में पड़े शव को कुत्ते नोच कर खाने लगे, तब अस्पताल के कर्मचारियों का ध्यान उस ओर गया. तब रात करीब 12 बजे कर्मचारियों ने शव को पोस्टमार्टम रूम के अंदर रखा गया. मृत युवक की पहचान भैयाराम उरांव (16) के रूप में की गयी है. शव की पहचान उसके बड़े भाई संजय उरांव ने की. घटना के संबंध में संजय ने थाना में अज्ञात वाहन पर केस दर्ज कराया है.

बताया जा रहा है कि बुधवार की शाम को हवाई अड्डा के समीप सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. घटना की सूचना पुलिस को मिली. पुलिस शव को लेकर शाम करीब छह बजे पोस्टमार्टम हाउस पहुंची. उस समय पोस्टमार्टम हाउस में कोई नहीं था. पुलिस ने शव को गाड़ी से उतारकर पोस्टमार्टम हाउस के बाहर पेपर से ढंक कर रख दिया और वहां से चली गयी.रात 12 बजे अचानक कुत्ताें के भौंकने की आवाज सुनकर अस्पताल का एक कर्मचारी पोस्टमार्टम हाउस के पास पहुंचा. उसने देखा कि एक शव पड़ा है, जिसे कुत्ते नोंच रहे हैं. इसके बाद उसने शव को पोस्टमार्टम हाउस के अंदर रखने की व्यवस्था की.

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