जमशेदपुर। अलकायदा के संदिग्ध आतंकी मोहम्मद सामी को गुरुवार को अदालत में पेश किया गया। उसके खिलाफ बिष्टुपुर थाना में मामला दर्ज है। उसकी पेशी इसी मामले में हुई। मामले की अगली सुनवाई आठ नवंबर को होगी। धातकीडीह इलाके का रहनेवाला मोहम्मद सामी जनवरी 2016 में दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा था। उसे दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने हरियाणा से गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही वह तिहाड़ जेल में बंद है।
कोर्ट में पेशी के लिए दिल्ली पुलिस की टीम उसे लेकर सुबह यहां पहुंची। कड़ी सुरक्षा में उसे अदालत में पेश किया गया। पेशी के बाद उसे कड़ी सुरक्षा में टाटानगर स्टेशन ले जाया गया और वहां से शाम को उसे दोबारा दिल्ली ले जाया गया।
मोहम्मद सामी की गिरफ्तारी कटकी के बयान के आधार पर हुई थी। कटकी को दिल्ली पुलिस ने ओड़िशा में अलकायदा का शिविर चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कटकी का जमशेदपुर आना-जाना था। आरोप है कि वह युवाओं को अल-कायदा से जोड़ने के लिए काम करता था। कटकी ने बताया था कि मोहम्मद सामी की मदद से वह जमशेदपुर आता था, जहां मानगो और अन्य इलाकों के युवाओं को अल-कायदा से जुड़ने के लिए प्रेरित करता था। कटकी ने पुलिस को यह भी बताया था कि सामी अलकायदा के पाकिस्तान स्थित ठिकानों पर जाकर प्रशिक्षण भी ले चुका है।
इन दोनों की गिरफ्तारी और बयान से मिली जानकारी पर जमशेदपुर पुलिस ने अहमद मसूद और नसीम को भी गिरफ्तार किया। ये दोनों घाघीडीह जेल में बंद हैं। बिष्टुपुर के तत्कालीन थाना प्रभारी जीतेंद्र कुमार ने मोहम्मद सामी, अब्दुल रहमान कटकी, नसीम और अहमद मसूद के खिलाफ देशद्रोह, आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता और अन्य मामलों में केस दर्ज किया था।