खूंटी। सांसद कड़िया मुंडा के आवास की सुरक्षा में तैनात चार पुलिसकर्मियों के अपहरण और हथियार लूटे जाने का मुख्य आरोपी और विवादास्पद पत्थलगड़ी नेता करम सिंह मुंडा को पुलिस ने सोमवार की शाम गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कार्यालय में मंगलवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि 26 जून को पत्थलगड़ी समर्थकों ने लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष और सांसद कड़िया मुंडा के आवास की सुरक्षा में तैनात सुबोध कुजूर, विनोद केरकेट्टा, सियोन कुजूर और नागेंद्र कुमार सिंह का अपहरण कर लिया था और उनकी इंसास रायफल और मैगजीन लूट ली थी। पुलिस जब अपहृतों को छुडाने के लिए घाघरा गांव गयी, तो पत्थलगड़ी के स्वयंभू नेता प्रो युसूफ पूर्ति, जॉन जुनास तिड़ू और बलराम समद के नेतृत्व में हजारों ग्रामीण वहां जमा हो गये और पुलिस की कार्रवाई में बाधा डाली। उन्होंने अपहृत जवानों को छोड़ने से इनकार कर दिया और कहा कि वे भारत के संविधान को नहीं मानते। जब तक राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के जज या राज्यपाल वार्ता के लिए नहीं आयेंगे, तक तक पुलिसकर्मियों को नहीं छोड़ा जायेगा।
दूसरे दिन 27 जून को पुलिस जब अपहृतों को छुड़ाने और लूटे गये हथियारों की बरामदगी के लिए घाघरा गांव पहुंची, तो प्रो पूर्ति के नेतृत्व में हजारों ग्रामीणों ने ईंट, पत्थर, टांगी, तीन-धनुष, गुलेल आदि से पुलिस पर हमला कर दिया। इससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गये। पुलिस ने सभी अपहृतों को मुक्त करा लिया और लूटे गये हथियार भी बरामद कर लिये गये। घटना में शामिल पत्थलगड़ी नेता बलराम समद और जॉन जुनास तिड़ू को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने बताया कि अपहृत जवानों द्वारा धारा 164 के तहत और पुलिस के समक्ष दिये गये बयान में बलराम और जॉन जुनास ने इस घटना में करम सिंह मुंडा के शामिल होने की बात कही गयी। सोमवार को तोरपा के पुलिस इंस्पेक्टर सरोज कुमार सिंह और और मुरहू के थाना प्रभारी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ जवानों के अपहरण हथियारों की लूट, पुलिस पर हमला, देशद्रोह सहित कई अन्य आरोपों को लेकर खूंटी थाने में मामले दर्ज हैं। खूंटी पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है।
दो कुख्यात धराये : पुलिस और जनता के लिए सिरदर्द बनते जा रहे दो कुख्यात अपराधियों आनंद टोपनो और राजेंद्र महतो सहित छह अपराधियों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये अपराधियों में माइकल धनवार, संजीत ओड़ेया और फुलेंद्र महतो शामिल हैं। उनके पास से एक कारबाइन, लूट की दो मोटरसाइकिल, जिंदा कारतूस और तीन मोबाइल बरामद किये गये हैं। इसके अलावा तोरपा थाना के कोचा करंजटोली से भी पुलिस ने उग्रवादी सुखु मुंडा को गिरफ्तार किया है। प्रेस कांफ्रेंस में एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि खाद-बीज व्यवसायी शशि कुमार पांडेय की हत्या, लूटपाट और भाजपा नेता राजेंद्र महतो की दारला में हुई हत्या के नामदर्ज अभियुक्त आनंद टोपनो और राजेंद्र महतो अपने-अपने सहयोगियों के साथ पंचघाघ जंगल में किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। एसपी के निर्देश पर छापामारी टीम का गठन किया गया, जिसमें मुरहू के थाना प्रभारी उदय कुमार गुप्ता, एसआइ राजन कुमार और एएसआइ सुनील कुमार सिंह को शामिल किया गया। पुलिस ने छापामारी कर सभी पांच अपराधियों को दबोच लिया।
भाजपा नेता राजेंद्र महतो सहित कई लोगों की कर दी थी हत्या: खूंटी एसपी ने बताया कि आनंद और राजेंद्र महतो ने दारला के भाजपा नेता राजेंद्र महतो की 29 अक्टूबर 2017 को गोली मार कर हत्या कर दी थी। मुरहू के खाद व्यवसायी शशि कुमार पांडेय की हत्या दोनों ने अन्य अपराधियों के साथ मिल कर छह जुलाई 2017 को कर दी थी। सोनपुरगढ़ तोरपा के हरिपाल सिंह की भी हत्या उन्होंने पीएलएफआइ के उग्रवादियो से साथ मिल कर की थी। इसके अलावा 17 जून 2008 को आनंद को जुरदाग जंगल से अवैध पिस्तौल, गोली और चोरी की मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया। मुरहू के रहनेवाला अपराधी राजेंद्र महतो के खिलाफ भी तीन हत्याओं के अलावा पंचघाघ में दो मोटरसाइकिलों की लूट का मामला दर्ज है। माइकल धनवार पर भी भाजपा नेता राजेंद्र महतो की हत्या सहित अन्य दो मामले मुरहू थाने में दर्ज हैं। फुलेंद्र महतो ने भी सात दिसंबर 1013 को अशिषण सोय के दस्ते के साथ मिल कर पुलिस पर हमला किया था।
करने मुरहू थाने में मामला दर्ज है। इधर, तपकारा थाना प्रभारी कं नेतृत्व में पुलिस ने कोचा करंजटोली गांव में छामापारी कर नईम खान की हत्या का नामदर्ज अभियुक्त सुखु मुंडा को गिरफ्तार कर लिया। नईम पर आरोप है कि उसने पांच अक्ूबर 2013 को तपकारा बाजारटांड़ में बकरी की खरीद का चालान काट रहे नईम खान को गोली मार दी थी। इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी थी।