मुंबई। एक वक्त था जब MeToo मूमेंट सिर्फ हॉलीवुड तक ही सीमित था लेकिन इसका असर बॉलीवुड इंडस्ट्री में भी देखने को मिल रहा है। अब हर कोई इस मुद्दे पर खुलकर बात कर रहा है। बॉलीवुड इंडस्ट्री में यौन शोषण के आरोपों का सिलसिला काफी देर से चलता आ रहा है। इसमें कोई नई बात नहीं हैं। जहां एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर और डांस कोरियोग्राफ़र गणेश आचार्य पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं उसके बाद से ही कई एक्ट्रेसेस ने इस पर खुल कर बात की।
हाल ही में टीवी की जानी-मानी निर्माता और निर्देशक विनता नंदा ने टीवी के ‘संस्कारी बाबू जी’ पर अारोप लगाए है। ये बाबू जी कोई और नहीं बल्कि एक्टर आलोकनाथ है। विनता नंदा ने, जो 1993 से 1997 तक जी टीवी पर आनेवाले लोकप्रिय सीरियल ‘तारा’ की लेखिका थीं और आलोकनाथ ने इसी सीरियल में एक लीड एक्टर के तौर पर काम किया था। विनता ने अलोकनाथ पर रेप करने का अारोप लगाया है।
फेसबुक पर पोस्ट करते हुए विनता लिखती है- ‘मुझे पार्टी में बुलाया गया था। उनकी पत्नी और मेरी बेस्ट फ्रेंड उस वक्त शहर से बाहर थे। यह हमेशा की तरह आम पार्टी थी, जिसमें मेरे कुछ दोस्त जो कि थियेटर से भी जुड़े हुए है वह भी आते थे, इसलिए मैंने पार्टी में जाने से एतराज नहीं किया। पार्टी के दौरान मेरी ड्रिक्स में कुछ मिलाया गया, जिसके बाद मुझे अजीब सा लगने लगा। रात के करीब 2 बजे मैं उनके घर से निकली। मुझे किसी ने घर छोड़ने को नहीं कहा। मैं इतने तो होश में थी कि मुझे लगा कि उनके घर पर ठहरना सही नहीं है। मैं घर से निकली और अपने घर की तरफ चल पड़ी। तभी यह कार लेकर मेरे बगल से निकला और बोला कि मैं तुम्हें छोड़ दूंगा। मैं यकीन करती थी इसलिए बैठ गई। उसके बाद ठीक से क्या हुआ याद नहीं मुझे। बस इतना याद है मेरे मुंह में किसी ने जबरदस्ती शराब डाली। जब दूसरे दिन दोपहर में उठी तो दर्द महसूस हुआ। तब मुझे पता चला कि मेरा बलात्कार हुआ है। उस वक्त साल 1994 के मशहूर शो ‘तारा’ के लिए काम कर रही थी। खुद को उस स्थिति से बाहर निकालने में मुझे 20 साल लग गए। मेरा आत्मविश्वास अब लौट आया है और इसी वजह से अब इस बात को आप लोगों से साझा करने की हिम्मत जुटा पाई हूं’।
इन अारोपों को लेकर एक इंटरव्यू में आलोकनाथ ने कहा- ‘उन्हीं (विनता) से पूछिए आप, मुझसे क्यों पूछ रहे हैं? जो औरत ने कह दिया, वही ब्रह्म वाक्य है न? वही तो सत्य है! ऐसे में मेरा पक्ष जानकर क्या करोगे? आपको जो लिखना है, लिखिए। वैसे भी मैं जो कहूंगा, उसपर कौन यकीन करने वाला है? इस मामले में मैं जो कुछ भी कहूंगा, लोग सुनेंगे नहीं। मैं जो भी कुछ कहूंगा, उसके कोई मायने नहीं हैं। इससे कोई फायदा नहीं होगा। सब लोग उसपर (विनता) पर ही यकीन करेंगे। उन्होंने जो कुछ कहा है, ये उनकी (ओछी) मानसिकता को दर्शाता है। मुझ पर इल्जाम तो लग गया है, मगर वक्त के साथ सबकुछ साफ हो जायेगा। जब आलोकनाथ से पूछा कि क्या वो विनता के तमाम आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, “न मैं इस बात से इनकार कर रहा हूं और न ही मैं हां कह रहा हूं। वो (रेप) तो हुआ होगा। यकीनन हुआ होगा, मगर किसी और ने किया होगा। खैरे, मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोलना चाहता क्योंकि बात निकली है, तो दूर तलक जाएगी।”