हरिद्वार। हरिद्वार में गंगा की रक्षा के लिए अनशन पर बैठे स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद की गुरुवार को ऋषकेश के एम्स अस्पताल में मृत्यु हो गई है। अनशन के 111वें दिन बुधवार को प्रशासन ने स्वामी सानंद को अनशन से उठाकर अस्पताल में भर्ती करवाया था।
जानकारी के अनुसार, धर्मनगरी हरिद्वार के मातृ सदन में पिछले 110 दिनों से स्वामी सानंद गंगा की रक्षा के लिए अनशन पर बैठे थे। इसके साथ ही स्वामी ने बुधवार सुबह से जल का भी त्याग कर दिया था। इसके बाद एसडीएम के नेतृत्व में प्रशासन ने अनशन के 111वें दिन बुधवार को स्वामी सानंद को उठाकर ऋषकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां पर गुरुवार को उनकी हृदय गति रुकने से मौत हो गयी।
स्वामी सानंद ने मांग करते हुए कहा था कि गंगा की रक्षा के लिए संसद में कानून बनाया जाए। स्वामी का कहना था कि वह गंगा की रक्षा के लिए केन्द्र द्वारा सख्त कानून बनाने को लेकर प्रधानमंत्री सहित मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को कई बार पत्र लिख चुके हैं। कोई आश्वासन ना मिलने से निराश होकर उन्होंने अपने प्राणों की आहूति देने के संकल्प के साथ अब जल भी त्यागने का फैसला किया। स्वामी ने कहा था कि वह गंगा में बड़े बांधों के निर्माण का विरोध कर रहे हैं। गंगा में बनने वाली बांध परियोजनाओं को तत्काल रद्द किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार को गंगा में फेैल रहे प्रदूषण और अवैध खनन को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने चाहिए।