चरही। अब तापिन नॉर्थ और तापिन साउथ के उत्पादित कोयले की ट्रांसपोर्टिंग में लगे वाहन घनी आबादी को टच नहीं करेंगे। इसकी पहल सीसीएल हजारीबाग एरिया के महाप्रबंधक ने की है। क्षेत्र में लागातार हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। उक्त बातें महाप्रबंधक एसके सिंह ने मंगलवार को पत्रकारों से कही।
उन्होंने कहा कि रेलवे साइडिंग चरही से तापिन साउथ तक सड़क का निर्माण जल्द होगा। इसकी अनुमति वन विभाग और रेलवे ने सीसीएल प्रबंधन को दे दी है। सड़क निर्माण का खाका तैयार हो चुका है। इससे अब कोयले की ट्रांसपोर्टिंग के दौरान होने वाली दुर्घटनाएं नहीं होंगी। क्योंकि ट्रांसपोर्टिंग का काम घनी आबादी वाल क्षेत्र से अलग होगा।
चरही से साइडिंग हटाने की कोशिश की गयी। रेलवे प्रबंधन ने एक नहीं दो-दो रैक लगाकर सीसीएल प्रबंधन को परेशान किया। लाखों के डैमेज का भुगतान भी सीसीएल ने रेलवे को किया। अब सीसीएल द्वारा रेलवे रैक की मांग को रेलवे पूरा नहीं कर रहा है। चरही साइडिंग में लार्ज स्टेज पर कोयले की आपूर्ति हो रही है।