चाईबासा। मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत राज्य के 11,51,137 किसानों को कृषि संसाधन जुटाने के लिए 452 करोड़ रुपये की राशि दी गयी। शुक्रवार को टाटा कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्यभर में योजना से जुड़े नये किसानों के खाते में राशि हस्तांतरित की। मौके पर सीएम ने कहा कि अन्नदाता राज्य की संस्कृति की धुरी हैं। दशकों तक किसानों की समृद्धि और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहल नहीं की गयी। किसान आत्महत्या को मजबूर हुए। वे कर्जदार बने। 2014 के बाद किसानों की समृद्धि के लिए पहल की गयी। किसान सम्मान निधि योजना की तर्ज पर ही झारखंड में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ किया गया।
दिवाली से पहले दूसरी किस्त का 25 फीसदी मिल जायेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 अगस्त को योजना के तहत 13 लाख 60 हजार किसानों को 482 करोड़ की राशि उनके खाते में हस्तांतरित की गयी। आज योजना से छूटे हुए 11 लाख 51 हजार 137 किसानों के खाते में 452 करोड़ की राशि हस्तांतरित की जा रही है। यह पहली किस्त का 50% है। दीपावली से पूर्व दूसरी किस्त का 25% राज्य के किसानों को प्राप्त होगा। नवंबर- दिसंबर तक तीसरी किस्त चली जायेगी। इस तरह राज्य के 35 लाख किसानों के खाते में राज्य सरकार 3 हजार करोड़ रुपये उनकी आर्थिक समृद्धि, कृषि संसाधन जुटाने के लिए चली जायेगी।
हाथ फैलाने की नहीं होगी जरूरत
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को केंद्र की किसान सम्मान निधि योजना और राज्य की मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ मिल रहा है। किसान सम्मान निधि योजना की तीसरी किस्त जल्द किसानों को मिलेगी। किसानों के खाते में पैसा रहने से उन्हें कृषि कार्य हेतु किसी के समक्ष हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वे आसानी से कृषि से संबंधित संसाधन जुटा लेंगे।
वंचित किसान परेशान न हों
सीएम ने कहा कि जो किसान इस योजना का लाभ लेने से वंचित रह गये हैं, वे परेशान ना हों। अपना निबंधन प्रखंड कार्यालय में ग्राम सभा से अनुमति प्राप्त कर अवश्य करायें। किसानों को उनका हक मिले यह हमारा लक्ष्य है।
सिंचाई की भी हो रही है व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह कृषि कार्य के लिए किसानों को संसाधन जुटाने में आर्थिक मदद की जा रही है, उसी तरह पानी की सुविधा भी किसानों को मिलेगी। राज्य के किसान बहु फसलीय खेती कर सकें, इस दिशा में कार्य हो रहा है। किसान कृषि कार्य के अलावा पशुपालन के क्षेत्र में भी आगे आयें। सरकार महिलाओं को 90% अनुदान पर दो गाय उपलब्ध करा रही है। किसान भाइयों को भी 50% अनुदान पर गाय उपलब्ध करायी जायेगी।
गुदड़ी के 69 गांवों में पहुंची बिजली, वो कहते हैं हम जमीन छीन लेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोल्हान स्थित गुदड़ी के 69 गांव बिजली और विकास से अछूते थे। सड़कें नहीं थीं। 2014 के बाद गुदड़ी के इन गांवों को बिजली से रोशन किया गया। सड़क बनी, जो विकास के सूचक हैं। गांव-गांव स्ट्रीट लाइट, पेवर ब्लॉक की सड़क और सौर ऊर्जा के माध्यम से पानी पहुंचाने का कार्य हो रहा है। लेकिन लोग हम पर यह आरोप लगाते हैं कि हम जमीन छीन लेंगे। हम जमीन छीनने वाले नहीं बिजली विहीन गांव में बिजली पहुंचाने, गांव में सड़क निर्माण करने, लोगों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने, महिलाओं को धुआं से निजात दिलाने और स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने वाले हैं।
कोल्हान को बदलना है, लालपानी से मुक्ति देनी है
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाईबासा को मुझे सुधारना है। यहां के लोगों को लाल पानी से मुक्ति देनी है। इसके लिए 743 करोड़ की जलापूर्ति योजना पर कार्य हो रहा है। 24 बड़ी योजनाएं निमार्णाधीन हैं। 8 योजनाएं अक्टूबर में पूरी हो जायेंगी। पांच बड़ी योजना 2020 तक और अन्य 2021 तक पूरी होंगी। 2022 तक चाईबासा के हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंचेगा।
हॉस्पिटल बनेगा, यहीं होगी मेडिकल की पढ़ाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाईबासा में 258 करोड़ की लागत से मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। अब कोल्हान के बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना होगा। 85 करोड़ की लागत से सदर अस्पताल का जीर्णोद्धार हो रहा है। मेडिकल कॉलेज के लिए 300 बेड का हॉस्पिटल बनेगा।
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