आजाद सिपाही संवाददाता
तमाड़/नामकुम। दशम फॉल थाना क्षेत्र के जंगल में शुक्रवार सुबह पुलिस जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गयी। पुलिस को सूचना थी कि खूंटी के अड़की इलाके से नक्सली महाराज प्रमाणिक का दस्ता बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए घूम रहा है। इसी सूचना पर पुलिस की दो अलग-अलग टीम गठित की गयी। एक टीम में सीआरपीएफ के कोबरा के जवान थे तो दूसरी टीम में झारखंड पुलिस के एसटीएफ के जवान थे। पुलिस की टीम दमश फॉल में घात लगा कर नक्सलियों का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान मुठभेड़ हो गयी जिसमें झारखंड पुलिस के दो जवान शहीद हो गये। शहीद होने वालों में अखिलेश राम, निवासी- कुंद्री गांव, लेस्लीगंज, पलामू और खंजन कुमार महतो, निवासी- चैनपुर, राहे सोनाहातू शामिल हैं।
मुठभेड़ के बाद पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान किसी नक्सली के पकड़े या मारे जाने की कोई खबर नहीं है। नक्सलियों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान जारी है। झारखंड पुलिस के एडीजी मुरारीलाल मीणा, डीआइजी रांची अमोल वेणुंकांत होमकर ने घटना की पुष्टि की है।

झारखंड जगुआर हेडक्वार्टर में दी गयी श्रद्धांजलि
शहीद दोनों जवानों के पार्थिव शरीर को पोस्टमॉर्टम के बाद झारखंड जगुआर के हेडक्वार्टर लाया गया जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। इस दौरान शहीद के परिजन भी मौजूद रहे। शहीदों के पार्थिव शरीर को डीआइजी, डीजीपी और उनके साथियों ने कंधा दिया। श्रद्धांजलि के बाद पार्थिव शरीर को उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
गुप्त सूचना के बाद की गयी कार्रवाई
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक नक्सली दस्ते का मूवमेंट रांची-खूंटी जिला सीमा क्षेत्र में डाकापीढ़ी जंगल तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही है। ग्रामीणों के द्वारा सूचना दिये जाने पर झारखंड जगुआर की एक टीम को आॅपरेशन के लिए उस क्षेत्र में भेजा गया। इसी दौरान सुबह चार से पांच बजे के बीच नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हो गयी, जिसमें झारखंड जगुआर का एक जवान शहीद हो गया और एक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घायल जवान को गंभीर हालत में मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।

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