सर्दी के मौसम में मजदूरों को स्वेटर भी देगी सरकार
रांची। सीएम रघुवर दास ने आंगनबाड़ी सहायिकाओं और सेविकाओं के मानदेय में वृद्धि की घोषणा कर दिवाली का गिफ्ट दिया है। सीएम ने कहा कि 73 हजार से अधिक सेविकाओं और सहायिकाओं के मानदेय में क्रमश: 500 और 250 रुपये की वृद्धि की जायेगी। अगली कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगेगी। सीएम की इस घोषणा से राज्य की 35 हजार 292 आंगनबाड़ी सेविकाओं और 35 हजार 245 आंगनबाड़ी सहायिकाओं को लाभ होगा। साथ ही 2537 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं का भी 500 रुपये मानदेय बढ़ेगा। मुख्यमंत्री शनिवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित श्रम सम्मान समारोह एवं दत्तोपंत ठेंगड़ी रोजगार मेला में बोल रहे थे। यहां बताते चलें कि हाल ही में मानदेय वृद्धि को लेकर आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं ने आंदोलन भी किया था।
सीएम ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के मानदेय में केंद्र और राज्य की हिस्सेदारी होती है। इस बढ़ोत्तरी का पूरा बोझ राज्य सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह हम सत्यमेव जयते कहते हैं, उस प्रकार श्रममेव जयते भी कहना चाहिए। श्रम बड़ी पूंजी है। इसके बिना हम कोई निर्माण कार्य नहीं कर सकते हैं। पूंजी बढ़ाने और राज्य को समृद्धशाली बनाने के लिए श्रम की बड़ी भूमिका है, इसको नकारा नहीं जा सकता है। शहर को स्वच्छ बनाने वाले और निर्माण में महती भूमिका निभानेवालों को इस दीपावली सरकार ने उपहार स्वरूप पुरुषों को पैंट-शर्ट का कपड़ा और महिलाओं को साड़ी और ब्लाउज देने का निर्णय लिया। उसी के निमित्त यहां पैंट-शर्ट और साड़ी-ब्लाउज का कपड़ा दिया जा रहा है। सीएम ने मौके पर ही पैंट-शर्ट की सिलाई के लिए 500 रुपये एवं ब्लाउज की सिलाई के लिए 100 रुपये श्रम विभाग को डीबीटी के जरिये देने का आदेश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि ठंड से बचाने के लिए सरकार मजदूरों को स्वेटर भी देगी। सरकार का लक्ष्य है कि 92 प्रतिशत असंगठित मजदूरों की आवाज बने, क्योंकि आठ प्रतिशत संगठित मजदूरों की आवाज उनका संगठन है। अर्द्धकुशल मजदूर का दर्जा प्राप्त करें और आपको मिलने वाली राशि में तत्काल 500 रुपये की बढ़ोत्तरी हो जायेगी।
30 दिन में 13 लाख मजदूरों का निबंधन, ऐसी है रघुवर सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गठन के बाद 13 लाख असंगठित मजदूरों का निबंधन हुआ था। यह आंकड़ा 18 वर्ष का है। लेकिन वर्तमान सरकार ने असंगठित मजदूरों के निबंधन का काम शुरू किया। मात्र एक माह के अंदर 13 लाख असंगठित मजदूरों का निबंधन हुआ। अब यह संख्या बढ़कर 26 लाख हो गयी है। छूटे हुए श्रमिक अपना निबंधन करा लें। साथ ही श्रम विभाग के अधिकारी भी घूम-घूम कर ऐसे श्रमिकों का निबंधन करना सुनिश्चित करें।
सरकार कुशल कामगारों को वेतन देना चाहती है
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों को प्रशिक्षण देकर कुशल कामगार बनाने का कार्य हो रहा है। उन्हें कुशल कामगार का वेतन सरकार देना चाहती है। असंगठित मजदूर भाई-बहन अपना निबंधन जरूर करायें और योजना का लाभ लें।
67 हजार को रोजगार देने में सरकार सफल
मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रम विभाग लगातार बेहतर कार्य कर रहा है। रोजगार मेला का आयोजन कर अब तक 67 हजार से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है।
श्रमिकों के उत्थान में जुटी है सरकार: सीपी
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि श्रमिकों के लिए कई योजनाएं संचालित हैं। केंद्र और राज्य की सरकार श्रमिकों के उत्थान में जुटी है।
इन्हें मिला नियुक्ति पत्र
मौके पर नीतू कुमारी, नीतेश कुमार माजी, सुंदावती, ध्रुव विजय, अभय कुमार, प्रवीण लुगु को नियुक्ति पत्र मिला।
इनकी रही मौजूदगी
मौके पर खिजरी विधायक रामकुमार पाहन, मांडर विधायक गंगोत्री कुजूर, श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, सचिव अमिताभ कौशल समेत अन्य उपस्थित थे।