अजय शर्मा
रांची। बड़कागांव के बीडीओ राकेश कुमार और उसकी पत्नी को पुलिस जमानत लेने का पूरा मौका दे रही है। दोनों के विरुद्ध एक अक्टूबर को हजारीबाग सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इसमें दो सौ रुपये चोरी करने के आरोप में नाबालिग आदिवासी छात्रा को गर्म आयरन से दागने, बाल उखाड़ने और कमरा में बंद कर पिटाई करने का आरोप है। इन आरोपों की जांच अनुसंधानक ने की, जिसे सही पाया गया। इसके बाद पति-पत्नी के विरुद्ध न्यायालय से गिरफ्तारी का वारंट लिया गया।
पुलिस का दावा है कि उसने बड़कागांव के बीडीओ राकेश कुमार और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी शुरू कर दी है। कोर्ट से वारंट हासिल होने के बाद पुलिस रांची स्थित उनके आवास पर भी तलाशी को पहुंची, लेकिन बीडीओ दंपति फरार हो गये। वे अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस अब उनके करीबियों से जानकारी जुटाने में लगी है।
इधर सच यह है कि इस अधिकारी को अगर पुलिस चाहती, तो घटना के अगले ही दिन गिरफ्तार कर सकती थी। पुलिस पर यह आरोप लग रहा है कि वह मौका दे रही है, ताकि वह जमानत ले सकें। पुलिस अगर चाह ले, तो इन्हें 24 घंटे के अंदर खोज लेगी, पर गिरफ्तारी के लिए जो कुछ भी हो रहा है, वह महज आइवॉश है। हजारीबाग पुलिस को अब तक उसकी पत्नी का नाम तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस यह भी पता नहीं लगा पायी है कि अधिकारी मूल रूप से कहां के रहनेवाले हैं। अधिकारी और उनकी पत्नी के दोनों मोबाइल स्विच आॅफ आ रहे हैं। हालांकि हजारीबाग पुलिस का दावा है कि जल्द ही बीडीओ को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
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