विजय कुमार सिंह/मनोज कुमार
बेरमो (चंद्रपुरा)। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बेरमो और दुमका में महागठबंधन के प्रत्याशियों से समर्थन में बुधवार को जम कर प्रचार किया। उन्होंने दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कई चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए भाजपा पर जम कर निशाना साधा। बेरमो विधानसभा क्षेत्र में चंद्रपुरा के दुग्दा स्थित फुटबॉल मैदान में जनसभा में उन्होंने कहा कि डबल इंजन की बात कह कर सत्ता पर काबिज हुई भाजपा ने पूरे राज्य की व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया है। इस कारण ही राज्य की जनता ने उसको सत्ता से बेदखल कर दिया। हेमंत ने कहा कि झारखंड राज्य बने दो दशक हुए और इसमें 17-18 वर्ष तक भाजपा का शासन रहा। इस राज्य की कैसी दशा कर दी गयी, यह बात किसी से छिपी हुई नहीं है। झारखंड के लोगों ने तो उनको हटाया ही, अब बिहार से भी उन्हें भगाने की तैयारी बिहारी भाइयों ने कर ली है। अब सीधा गुजरात में ही इन लोग का बसेरा होगा।
हेमंत ने कहा कि ज्यादातर भाजपाइयों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की है। ये लोग या तो अब घर वापसी कर लें अथवा नये घर की तलाश कर लें, क्योंकि भाजपा अब इस राज्य में दिखने वाली नहीं है। उसके नेताओं का कोई भविष्य नहीं हैं। भाजपा के नाव में इतना बड़ा छेदा हो गया है कि उसका गंगा जी में विसर्जन होना तय है।
मुख्यमंत्री ने नौ महीने के कार्यकाल पर भाजपा द्वारा सवाल पूछे जाने का जवाब देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने जब एकाएक लॉकडाउन कर दिया था, उस वक्त मजदूर भाइयों, राज्य के नागरिकों के साथ कोई खड़ा था, तो वह झारखंड की सरकार थी। हमने ट्रेन, बस, गाड़ी और हवाई जहाज से लद्दाख से लेकर गुजरात, महाराष्ट्र के लोगों को सुरक्षित घर पहुंचाया। उन्होंने मजदूरों को रेल की पटरियों पर कटने के लिए छोड़ दिया। महिलाओं को तिल-तिल कर सड़क पर घिसटने के लिए छोड़ दिया। उनके आंसू तक नहीं पोछे। यह इनका चेहरा और चरित्र है।
भूमिहीनों को देंगे जमीन का पट्टा
दुमका में चुनावी सभाओं में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के भूमिहीनों को जमीन का पट्टा देगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बननेवाले आवासों का आकार बड़ा होगा। इनमें शौचालय भी अटैच होंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड में फैक्ट्री लगाने वालों को 75 फीसदी नौकरी स्थानीय को देनी ही पड़ेगी। इससे संबंधित कानून सरकार विधानसभा के अगले सत्र में पारित करेगी। इसके अलावा 60 साल से ऊपर की हर महिला और विधवा को पेंशन दी जायेगी। यह लाभ गरीबी रेखा से ऊपर और उससे नीचे (एपीएल हो या बीपीएल) की सभी महिलाओं को दिया जायेगा।