हाथरस मामले को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर शुक्रवार की शाम सैकड़ों लोग प्रदर्शन के लिए जुटे। यहां पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए।
 केजरीवाल ने कहा कि हाथरस मामले में दोषियों को फांसी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम दुख की घड़ी में यहां इकट्ठे हुए हैं, ईश्वर से कामना है कि वह हमारी बेटी की आत्मा को शांति दें।
 अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार से हाथ जोड़कर विनती है कि जो दोषी हैं, उन लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, उनको जल्द से जल्द फांसी दिलवाई जाए। इतनी कठोर सजा मिलनी चाहिए कि भविष्य में कोई ऐसी हिम्मत ना कर सके।
अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि एक सवाल उठ रहा है कि हाथरस मामले के दोषियों को बचाने की कोशिश हो रही है ऐसा नहीं होना चाहिए। इस मामले में किसी तरह की राजनीति भी नहीं होनी चाहिए।
 दिल्ली सरकार के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि जंतर मंतर पर जनता का आक्रोश बता रहा है कि अब जनता और नही सहने वाले। उन्होंने कहा कि हाथरस, बलरामपुर, आज़मगढ़, भदोही, बुलंदशहर, बागपत के बाद भी सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा।
 आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस पर गम्भीर आरोप लगाए हुए कहा कि पीड़िता की लाश को चुप चाप अंधेरे में जलाया गया। इसे ‘अंतिम संस्कार’ नहीं कहा जाता, हिन्दुओ में अंतिम संस्कार सुबह होता है। मैं कहूंगा पेट्रोल से उन्होंने सबूत नष्ट किया है।
 आप विधायक आतिशी ने कहा कि एसपी, एडीजी रोज़ आकर बयान दे रहें है कि दुष्कर्म हुआ ही नहीं है, वहीं दूसरी तरफ डीएम पीड़िता के घर जाकर पिता को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हाथरस की उस बेटी को न्याय दिलाने के लिए हजारों लोग जंतर मंतर पर इकट्ठा हुए हैं ।”
 उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी ने हाथरस की घटना के विरोध ने अपने सभी मंत्री, विधायक और नेताओं को आज शाम 5 बजे जंतर मंतर पहुंचने का आवाहन किया था। जिसके बाद हजारों की संख्या में लोग जंतर मंतर पहुंचे। वहीं मुख्यमंत्री बनने के बाद अरविंद केजरीवाल पहली बार किसी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। हाथरस सामुहिक दुष्कर्म मामले पर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन में विपक्षी दल के लोग भी शामिल हुए।
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