प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाहौल स्पीति में कहा कि अटल टनल के बनने से लाहौल-स्पीति और पांगी के किसानों, बागवानी से जुड़े लोगों, पशुपालकों, स्टूडेंट, नौकरीपेशा वालों, व्यापारी-कारोबारी और सभी को लाभ होने वाला है। अब लाहौल के किसानों की गोभी, आलू और मटर की फसल बर्बाद नहीं होगी बल्कि तेज़ी से मार्केट पहुंचेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि स्पीति घाटी में स्थित देश में बौद्ध शिक्षा के एक अहम केंद्र ताबो मठ तक दुनिया की पहुंच और सुगम होने वाली है। यानि एक प्रकार से ये पूरा इलाका पूर्वी एशिया समेत विश्व के अनेक देशों के बौद्ध अनुयायियों के लिए भी एक बड़ा सेंटर बनने वाला है।
अटल टनल के शुरू होने पर पीएम मोदी ने कहा कि यह टनल इस पूरे क्षेत्र के युवाओं को रोज़गार के अनेक अवसरों से जोड़ने वाली है। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से कोई होम स्टे चलाएगा, कोई गेस्ट हाउस, कोई ढाबा, कोई दुकान करेगा तो वहीं अनेक साथियों को गाइड के रूप में भी रोज़गार उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि अब देश में नई सोच के साथ काम हो रहा है। सबके साथ से, सबके विश्वास से, सबका विकास हो रहा है। अब योजनाएं इस आधार पर नहीं बनतीं कि कहां कितने वोट हैं। अब प्रयास इस बात का है कि कोई भारतीय छूट न जाए, पीछे न रह जाए। इस बदलाव का एक बहुत बड़ा उदाहरण लाहौल-स्पीति है।