वायु सेना ने अपने 89वें स्थापना दिवस पर शुक्रवार को हिंडन एयर बेस में शुक्रवार को भव्य सालाना परेड के बाद दुनिया को अपनी ताकत दिखाई। लड़ाकू विमान राफेल, तेजस, सुखोई, मिराज-2000 ने एयर शो में कई फ़ॉर्मेशन में कलाबाजियां दिखाई। वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी ने कहा कि हम देश की सीमाओं की रक्षा और संप्रभुता के लिए हर चुनौती से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। बीता साल काफी चुनौतीपूर्ण और फिर भी बेहद फायदेमंद रहा है। पूर्वी लद्दाख में चीन के जवाब में वायु सेना की त्वरित कार्रवाई युद्ध तैयारियों की बानगी है।

उन्होंने कहा कि जब मैं आज सुरक्षा परिदृश्य को देखता हूं तो मुझे पूरी तरह से पता चलता है कि मैंने एक महत्वपूर्ण समय में वायुसेना की कमान संभाली है। पड़ोसी देशों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बाहरी ताकतों को हमारे क्षेत्र का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं है। वायु सेना के जांबाज जवानों के सामने जब-जब कोई चुनौती आई है, तब-तब वे और निखर कर सामने आए हैं। समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, थल सेना प्रमुख एमएम नरवणे तथा नौसेना प्रमुख करमवीर सिंह समेत देश की जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत की और वायु योद्धाओं के हैरतअंगेज करतबों का आनंद लिया।

इस अवसर पर एयर चीफ मार्शल चौधरी ने वायुसेना दिवस परेड का निरीक्षण किया। परेड के बाद एयर शो का आगाज हैंड ग्लाइडिंग दल की उड़ान से हुआ। इसके बाद पैरा ग्लाइडर दल के अंकुर यादव और विशाल कुमार गुजरे। इसके बाद आकाशगंगा दल के वायुसैनिकों ने एएन-32 से आठ हजार फीट की ऊंचाई से पैराशूट के जरिए छलांग लगाई। इसके बाद सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा … की धुन पर वायुसैनिकों ने परेड ग्राउंड का रूख किया। इसके बाद स्वदेशी तेजस ने काफी देर तक परेड ग्राउंड के ऊपर अठखेलियां कीं।

इसी बीच राफेल की दहाड़ सुनाई दी और दर्शक अपनी सीटों से उठाकर उसे एक बार निहारने को मजबूर हो गए। इस बार एयर शो में तीसरी बार शामिल हुए दो चिनूक हेलीकाप्टर ने मेघना संरचना बनाकर एम-7 गन लादकर उड़ान भरी। इसके बाद 5 एमआई-35 हेलीकॉप्टर ने एकलव्य संरचना बनाई। परेड ग्राउंड पर मौजूद दर्शक 5 मिग 21 बाईसन विमानों की बहादुर संरचना देख अचंभित हुए। राफेल के अलावा सुखोई-30 युद्धक विमान, अपाचे, जगुआर, सी-130 जे परिवहन विमान, मिग-29, ध्रुव हेलीकॉप्टर तथा मिराज-2000 ने भी हवाई करतब दिखाए।

करीब 40 मिनट तक चले एयर शो के अंत में एक ओर सारंग टीम ने हवा में अठखेलियां कर लोगों को अचंभित कर दिया। इसके बाद 9 सूर्यकिरण विमानों ने जब परेड ग्राउंड के ऊपर डायमंड संरचना बनाई तो परेड ग्राउंड तालियों से गूंज उठा। स्वदेशी विमान तेजस की कलाबाजियां देखकर दर्शकों का सीना गर्व से फूल गया। इसके साथ ही 600 किलोमीटर प्रतिघंटे की तेज रफ्तार से नीचे आकर एकदम 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जब तेजस परेड ग्राउंड के ऊपर से गुजरा तो दर्शक देखते ही रह गए।

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