एक दिन के लिए बदला-बदला होगा विधानसभा का स्वरूप
नये स्पीकर और नये सदस्य से होंगे रू-ब-रू
प्रशांत झा
रांची। एक फिल्म ‘नायक’ संभवत: आप लोगों को याद हो। इस फिल्म में युवा पत्रकार बने अनिल कपूर को मुख्यमंत्री बने अमरीश पुरी ने अपनी कुर्सी एक दिन के लिए दे दी थी। यानी एक दिन के लिए अनिल कपूर मुख्यमंत्री बने। उन्होंने असंभव कार्यों को भी संभव कर दिखाया। यह एक फिल्म थी और फिल्मी कहानियों में कुछ भी संभव है। पर फिल्म में एक पक्ष में अवश्य सच्चाई थी, वह था, युवा शक्ति। जी हां, भारत युवा शक्ति के लिए जाना जाता है और झारखंड विधानसभा ने छात्र संसद-2021 का आयोजन कर इसे ही उकरने की कोशिश की है। इस आयोजन का आगाज शनिवार को हो गया है। छात्र संसद का उद्घाटन हुआ। रविवार को पूरा सत्र आयोजित होगा और झारखंड विधानसभा एक नया इतिहास गढेगा।
राष्ट्रीय स्तर पर हो रहा आयोजन
केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर पर हर वर्ष भारतीय छात्र संसद का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में देशभर से हजारों युवाओं की प्रतिभागिता होती है। इस वर्ष एमआइटी स्कूल आफ गवर्मेंट, पुणे की ओर से भारतीय छात्र संसद का 11वां संस्करण 23 से 28 सितंबर तक वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया गया। राष्ट्र निर्माण के उद्देश्य से 2011 में राहुल वी कराड द्वारा भारतीय छात्र संसद की शुरूआत की गयी थी, जिसमें पूरे देश के छात्रों को सार्वजनिक जीवन में प्रवेश करने या सक्रिय राजनीति को अपनाने के बारे में जागरूक किया जा सकता है। यह युवाओं की शक्ति को संवेदनशील बनाने के लिए एक गैर-राजनीतिक मंच है।
झारखंड में पहली बार आयोजन
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो के नेतृत्व में झारखंड में राज्य स्तर पर पहली बार छात्र संसद-2021 का आयोजन किया गया है। इसे लेकर विधानसभा के अधिकारी, कर्मी और अन्य लोग पिछले एक हफ्ते से कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इस आयोजन की पूरी रूपरेखा तैयार की गयी। यह अपने आपमें अनूठा होगा। रविवार को होनेवाला सत्र विधानसभा में चलनेवाले सत्र की तरह होगा। इसके लिए चयनित 24 छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया गया है।
स्पीकर और सदस्यों की कुर्सी पर नजर आयेंगे नये चेहरे
रविवार को सदन का रूप बदला-बदला दिखेगा। विधानसभा नये भवन के सेंट्रल हॉल को विधानसभा सदन बनाया गया है। यहां स्पीकर के लिए एक मंच बनाया गया है। इससे नीचे छोटे मंच पर सचिव का स्थान निर्धारित किया गया है। इसके सामने चारों तरफ सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गयी है। इसे देख कर विधानसभा सदन की तस्वीर साफ हो जाती है। स्पीकर की कुर्सी पर अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो की जगह नया युवा चेहरा दिखेगा, जिसका चयन सदस्य करेंगे। इसी तरह विधायकों के स्थान पर 23 युवा छात्र नजर आयेंगे।
युवा हैं उत्साहित, सीखा बहुत कुछ
सदन में ‘झारखंड वृक्ष संरक्षण विधेयक 2021’ रखा जायेगा। इस पर सदस्य अपने विचार और संशोधन रखेंगे। फिर इस पर चर्चा के बाद पारित किया जायेगा। इसके अलावा सदन की र्कायवाही में प्रश्नकाल समेत अन्य र्कायवाही होगी। प्रशिक्षण के बाद चयनित बच्चों में धनबाद जिला के सौरभ कुमार ने कहा कि राजनीति को समझने और जानने का अवसर मिला है। पहली बार विधायी कार्यों के बारे में जानकारी हुई। चतरा से स्वेता कुमारी ने कहा कि वह राजनीति में नहीं आना चाहती हैं। शिक्षक बन कर समाज को शिक्षित करने में योगदान देना चाहती हैं। इसी तरह अन्य कई प्रतिभागियों ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि विधायकों को भी इतने तरह का काम करना पड़ता है, यह यहां आकर जानकारी मिली। अब इन जानकारियों को रविवार को सदन में प्रयोग में लायेंगे और अपने दोस्तों और अन्य लोगों को इस बारे में जानकारी देंगे।