रांची। भाजपा एससी मोर्चा ग्रामीण जिलाध्यक्ष जीतराम मुंडा हत्याकांड के मुख्य आरोपित एक लाख रुपये के इनामी मनोज मुंडा को रांची सिविल कोर्ट से गुरुवार को रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी बार एसोसिएशन के समीप से हुई है।
पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण मनोज मुंडा सरेंडर करने के लिए कोर्ट पहुंचा हुआ था लेकिन रांची पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे कोर्ट परिसर के बार एसोसिएशन के समीप से गिरफ्तार कर लिया। मनोज मुंडा अधिवक्ता सुजय दयाल के माध्यम से कोर्ट में सरेंडर करने वाला था।
जीतराम मुंडा की हत्या पिछले महीने रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र में हुई थी। इसके बाद से ही इस हत्याकांड का मुख्य आरोपित मनोज मुंडा फरार चल रहा था। गिरफ्तारी से पहले मीडिया से बातचीत में मनोज मुंडा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि आपसी रंजिश के कारण पुलिस उसे परेशान कर रही है।
उल्लेखनीय है कि 22 सितंबर की शाम पुतला दहन कार्यक्रम से लौटकर ओरमांझी थाना क्षेत्र में भाजपा नेता जीतराम मुंडा पालू स्थित आर्यन ढाबा पहुंचे थे। आर्यन ढाबा के मालिक भाजपा कार्यकर्ता राज किशोर साहू के साथ चाय पी रहे थे । इसी दौरान एक अपराधी वहां पहुंचा और कनपटी पर गोली चला दी थी।
इस हत्याकांड के मुख्य आरोपित मनोज मुंडा फरार चल रहा था। बीते बुधवार को ही रांची पुलिस ने मनोज मुंडा की सूचना देने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। जीतराम मुंडा की हत्या की सुपारी मनोज मुंडा ने यूपी के शूटर डब्लू यादव को दी थी। इस मामले में एसएसपी सुरेंद्र झा के निर्देश पर गठित एसआईटी की टीम ने कार्रवाई करते बीते 28 सितंबर को उत्तरप्रदेश के गाजीपुर से डब्लू यादव और रांची से कार्तिक मुंडा को गिरफ्तार किया था।