-एमपीसी की बैठक में रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बने रहने की संभावना

मुंबई/नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय द्विमासिक समीक्षा बैठक बुधवार को शुरू हो गई। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास छह अक्टूबर (शुक्रवार) को इस बैठक के नतीजों का ऐलान करेंगे।

रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में आयोजित छह सदस्यीय एमपीसी की तीन दिवसीय बैठक आज से छह अक्टूबर तक चलेगी। बैठक के नतीजों की घोषणा छह अक्टूबर को होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि रिजर्व बैंक इस बार भी एमपीसी की बैठक में प्रमुख नीतिगत दर यानी रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर यथावत रख सकता है। अगर ऐसा होता है तो खुदरा और कॉरपोरेट कर्जदारों के लिए ब्याज दरें स्थिर रह सकती हैं।

बैंकिंग क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि आरबीआई ने पिछली तीन एमपीसी बैठकों में रेपो रेट को स्थिर रखा था। रिजर्व बैंक ने महंगाई पर काबू पाने के लिए मई 2002 से लेकर फरवरी 2023 के बीच रेपो रेट में 2.5 फीसदी तक की बढ़ोतरी की थी, जो बढ़कर 6.5 फीसदी हो गया है। हालांकि, आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में लगातार पिछली तीन द्विमासिक एमपीसी बैठकों अप्रैल, जून और अगस्त में रेपो दर को अपरिवर्तित रखा था। रेपो रेट वह ब्याज दर होती है, जिस पर आरबीआई दूसरे बैंकों को कर्ज देता है।

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