बेगूसराय। बिहार पुलिस की परीक्षा रद्द करने एवं बिहार में बढ़ते दुष्कर्म के विरोध में आज बेगूसराय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला दहन किया। को-ऑपरेटिव कॉलेज से पुतला लेकर नारेबाजी करते हुए निकले कार्यकर्ताओं ने एनएच पर पुतला जलाया।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कमल कश्यप के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवाओं को नौकरी एवं रोजगार देने के नाम पर सत्ता में आए। लेकिन आज युवाओं के मेहनत एवं उम्मीदों को कुचल रहे हैं। विद्यार्थी परिषद ऐसे छात्र एवं युवा विरोधी सरकार से शीघ्र इस्तीफा की मांग कर रही है।
जिला संयोजक पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि आज बिहार हिंसा और भ्रष्टाचार की आग में जल रहा है। एक ओर बिहार में प्रत्येक दिन मां-बहनों के साथ बलात्कार की घटना हो रही है। वहीं दूसरी ओर युवाओं के भविष्य के साथ लगातार खिलवाड़ जारी है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थी परिषद सरकार से मांग करती हैं कि वे बिहार को जातीयता की आग में धकेलने के बदले शिक्षा क्षेत्र के उत्थान के लिए कार्य करें।
प्रदेश कार्यकारी सदस्य कमल कश्यप एवं नगर सह मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि जिस प्रकार से आज विभिन्न परिसरों में छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ी है, उस अनुपात में सरकार ना तो शिक्षक बहाल कर पा रही है। ना ही छात्र-छात्राओं को पढ़ने की सुविधा दे पा रही है, इसलिए हम इस सरकार को शिक्षा विरोधी सरकार कहते हैं। सरकार यदि छात्र हितों के खिलाफ निर्णय लेगी तो हम आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
नगर सह मंत्री आकाश कुमार एवं जीडी कॉलेज इकाई अध्यक्ष प्रहलाद कुमार ने कहा कि छात्र-छात्राओं के खिलाफ निर्णय लेने वाली इस सरकार ने कभी भी शिक्षा क्षेत्र को लेकर अच्छा कार्य नहीं किया। बिहार को तीन दशक पीछे धकेलने का कार्य इन्हीं दो परिवार के मुख्यमंत्री ने किया और आज यह युवाओं के रोजगार की बात कर रहे हैं। सरकार जल्द से जल्द छात्र-छात्राओं के हित में कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराकर, शीघ्र परिणाम भी जारी करे।