भ्रष्टाचार मुक्त झारखंड बनाने के लिए की हस्तक्षेप करने की मांग
रांची। झारखंड अगेंस्ट करप्शन का एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल संतोष गंगवार से बुधवार को भेंट की। उन्हें एक ज्ञापन सौंपते कहा कि राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण जनता त्राहिमाम है। सरकार और ब्यूरोक्रेसी में व्याप्त करप्शन के कारण राज्य का विकास बाधित हो रहा है। कालांतर से भ्रष्टाचार की कलंक कथाओं से रत्नगर्भा झारखंड कराह रहा है। राजभवन के दखल से राज्य को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने में मदद मिलेगी। झारखंड में होने वाली नियुक्तियां अक्सर विवादों में ही रही हैं, जिसके कारण राज्य के युवाओं में निराशा का भाव व्याप्त है। राज्यपाल से आग्रह किया गया कि पारदर्शिता के साथ भर्ती प्रक्रिया झारखंड में पूरी हो, इसके लिए राजभवन भी समय-समय पर इसमें हस्तक्षेप करे।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि वर्तमान जिला मुख्यालय पलामू से 50 किमी की दूरी पर स्थित छतरपुर अनुमंडल को जिला बनाने की पहल राज्यपाल द्वारा की जाये। ज्ञापन में बताया गया है कि वर्षों तक नक्सलवाद का दंश झेल रहे छतरपुर के जिला बनने से इलाके का विकास और उत्थान तेजी से संभव हो पायेगा। राज्यपाल को यह भी बताया गया कि झारखंड एक अत्यंत रमणीक और रत्नगर्भा धरती है जहां के जर्रे-जर्रे में स्वाधीनता के नायकों की वीरता के गीत गाये जाते हैं। लेकिन इस राज्य को राष्ट्र के फलक पर जहां होना चाहिए था, आजतक वहां नहीं पहुंच पाया है। राज्यपाल से आग्रह किया गया कि उनकी निगहबानी में झारखंड का विकास सुनिश्चित हो, राज्य भ्रष्टाचार से मुक्त हो। राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल को कहा कि वर्तमान में हो रहे चुनाव में संगठन जन जागरूकता का काम करे, ताकि अच्छे लोग चुन कर आयें और नेतृत्व करें ताकि राज्य में भ्रष्टाचार कम हो और राज्य का विकास तीव्रगति से हो। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को आश्वस्त किया कि झारखंड अगेंस्ट करप्शन राज्य में जन जागरूकता अभियान चलायेगी। संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष दुर्गा उरांव मुंडा ने ज्ञापन सौंपने के बाद कहा कि संगठन भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बेहद गंभीर है। जल्द ही एक ड्राइव चलाकर लोगों को जोड़ा जायेगा और एकबार फिर से भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद किया जायेगा। प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय संयोजक चितरंजन कुमार, उपमहासचिव अमित यादव, सह संगठन महामंत्री अरविंद एवं केंद्रीय सदस्य संतोष कुमार सिंह भी शामिल थे।