Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, November 29
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»मंगोलिया के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के बीच कांग्रेस ने लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग दोहराई
    देश

    मंगोलिया के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के बीच कांग्रेस ने लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग दोहराई

    shivam kumarBy shivam kumarOctober 13, 2025No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली। मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना की चार दिवसीय भारत यात्रा के बीच कांग्रेस ने लद्दाख को संविधान की छठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग दोहराई है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने साल 1990 से 2000 तक मंगोलिया में भारत के राजदूत रहे प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु और लद्दाख के सम्मानित नेता 19वें कुशोक बकुला रिनपोछे के योगदान को भी याद किया।

    जयराम रमेश ने सोमवार को अपने एक पोस्ट में लिखा कि आज मंगोलिया के राष्ट्रपति भारत के दौरे पर हैं और यह अवसर हमें याद दिलाता है उस ऐतिहासिक भूमिका की, जो भारत और विशेषकर लद्दाख के कुशोक बकुला रिनपोछे ने भारत-मंगोलिया संबंधों को मजबूत बनाने में निभाई थी।

    कांग्रेस महासचिव ने अपने ट्वीट के माध्यम से बताया कि कुशोक बकुला रिनपोछे को 1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा मंगोलिया में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया था। जनवरी 1990 में पदभार संभालने के बाद वे लगातार दस वर्षों तक इस पद पर रहे, जो एक असामान्य अवधि मानी जाती है। साम्यवाद के पतन के बाद मंगोलिया में बौद्ध धर्म के पुनर्जागरण में उनकी भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण बताया गया है।

    जयराम रमेश ने आगे लिखा कि कुशोक बकुला रिनपोछे ने न केवल मंगोलिया में, बल्कि भारत और पूर्व सोवियत संघ में भी बौद्ध धर्म के पुनरुत्थान में अहम भूमिका निभाई। आज भी मंगोलिया में उन्हें श्रद्धा के साथ याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि 10 जून 2005 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने लेह हवाई अड्डे का नाम बदलकर ‘कुशोक बकुला रिनपोछे हवाई अड्डा’ रखा और उन्हें आधुनिक लद्दाख का शिल्पकार भी बताया था।

    कांग्रेस नेता ने कहा कि लद्दाख आज मरहम की प्रतीक्षा कर रहा है। वर्ष 2020 के स्थानीय हिल काउंसिल चुनावों के घोषणापत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक सुरक्षा देने का वादा किया था, लेकिन अब सत्ता में होते हुए भी वह इसे पूरा करने से पीछे हट रही है।

    उल्लेखनीय है कि भारत और मंगोलिया के बीच राजनयिक संबंध दिसंबर 1955 में स्थापित हुए थे और भारत ने अक्टूबर 1961 में मंगोलिया को संयुक्त राष्ट्र में सदस्यता दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। कुशोक बकुला रिनपोछे (1917–2003) को 19वें बकुला रिनपोछे के रूप में तिब्बती बौद्ध परंपरा में मान्यता प्राप्त थी। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और बाद में राजनीति तथा कूटनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1989 में उन्हें मंगोलिया में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने बौद्ध धर्म के पुनर्जागरण में अहम भूमिका निभाई।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleबैंकाक से काठमांडू आए तीन भारतीयों के पास मिली 11 किलो ड्रग्स, एयरपोर्ट से गिरफ्तार
    Next Article इडी ने कफ सिरप मौत मामले में श्रीसन फार्मा के सात ठिकानों पर की छापेमारी
    shivam kumar

      Related Posts

      भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए पुराने ढांचे पर भरोसा नहीं कर सकते: राजनाथ

      November 28, 2025

      दिल्ली बम धमाका मामले में आतंकी उमर उन नबी का सहयोगी गिरफ्तार

      November 26, 2025

      ‘यह धर्म ध्वजा सिर्फ एक झंडा नहीं, भारतीय सभ्यता के कायाकल्प का झंडा है’-PM मोदी

      November 25, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए पुराने ढांचे पर भरोसा नहीं कर सकते: राजनाथ
      • धरती आबा संग्रहालय और पुस्तक ‘क्रांति नायक धरती आबा बिरसा मुंडा’ का लोकार्पण कल
      • पलामू से 700 बोतल अवैध शराब के साथ चालक गिरफ्तार
      • हरे निशान पर खुला शेयर बाजार, सेंसेक्‍स 200 अंक उछला
      • नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को लेकर रांची के ट्रैफिक में बदलाव
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version