पूर्वी सिंहभूम। सिंहभूम डाक मंडल की ओर से छह से 10 अक्टूबर तक राष्ट्रीय डाक सप्ताह का सफल और उत्साहपूर्ण आयोजन किया गया, जिसने भारतीय डाक विभाग की सामाजिक-आर्थिक विकास में भूमिका को सशक्त रूप से उजागर किया। प्रधान डाकघर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदयभान सिंह ने बताया कि आईटी 2.0 सॉफ्टवेयर के लागू होने से डाक सेवाओं में गति और पारदर्शिता बढ़ी है। उन्होंने बताया कि मंडल के सभी डाकघर कोर बैंकिंग से जुड़े हैं, जिससे ग्राहकों को कहीं से भी लेनदेन की सुविधा मिल रही है।
सप्ताह की शुरुआत छहअक्टूबर को प्रौद्योगिकी दिवस से हुई, जब कर्मचारियों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित कर विभाग की डिजिटल प्रगति पर जोर दिया गया। सात अक्टूबर को वित्तीय समावेशन दिवस मनाया गया, जिसमें सुकन्या समृद्धि योजना और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की जानकारी दी गई एवं 55 बच्चियों का खाता खोलकर उनके भविष्य को सुरक्षित किया गया। आठ अक्टूबर को डाक टिकट संग्रह एवं नागरिक सेवा दिवस के अवसर पर 141 छात्रों ने दीन दयाल स्पर्श योजना परीक्षा में भाग लिया, जबकि चाईबासा और जमशेदपुर में आधार नामांकन शिविर लगाकर आम नागरिकों को राहत पहुंचाई गई।
वहीं नौ अक्टूबर को विश्व डाक दिवस पर मंडल के कर्मचारियों ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए पौधारोपण अभियान चलाया। सप्ताह का समापन 10 अक्टूबर को ग्राहक दिवस के रूप में हुआ, जिसमें प्रधान डाकघर में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जनता को डाक सेवाओं के महत्व से अवगत कराया गया। इसके बाद आयोजित ग्राहक बैठक में विभागीय उत्पादों पर चर्चा और शिकायतों के त्वरित निपटारे का निर्देश दिया गया।
वरिष्ठ डाक अधीक्षक उदयभान सिंह ने बताया कि यह सप्ताह विभाग की तकनीकी नवाचार, वित्तीय सशक्तिकरण, नागरिक सेवाओं और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक रहा, जिसने सेवा ही धर्म की भावना को नई ऊर्जा प्रदान की।