नई दिल्ली: देश में नमक की किल्लत होने संबंधी अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए केंद्र सरकार ने कहा है कि दैनिक उपभोग की यह वस्तु खुदरा बाजार में 14 से 15 रुपये किलो ही बिक रही है और इसकी कीमत में कोई वृद्धि नहीं की गई है। खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने बताया ‘‘यह अफवाह है। इसमें कोई सच्चाई है। देश में नमक की कोई किल्लत नहीं है। नमक की औसत कीमत पिछले साल की तरह 14 से 15 रुपये प्रति किलो है। इसके दामों में कोई वृद्धि नहीं की गई है।’’
उन्होंने कहा कि अनावश्यक दहशत फैलाई जा रही है कि नमक 200 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा ‘‘जिन लोगों ने नमक 200 रुपये में बेचा है उनके खिलाफ उप्र सरकार को कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार करनी चाहिए।’’ पासवान ने कहा कि अगर देश के किसी भी हिस्से में कोई इतनी अधिक कीमत में नमक बेच रहा है तो राज्य सरकार को फौरन कार्रवाई करनी चाहिए।
वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ट्वीट की श्रृंखला में कहा कि खाद्य नमक की कोई किल्लत नहीं है। उन्होंने ट्वीट में कहा ‘‘बेबुनियाद अफवाह फैलाई जा रही है। खाद्य आयुक्त और संयुक्त सचिव राघवेंद्र स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। फील्ड से सहायक नमक आयुक्त खबर दे रहे हैं। कोई कमी नहीं है। लगातार निगरानी की जाती रहेगी।’’ 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों का चलन बंद होने के बाद छुट्टे रूपयों के अभाव में नमक जैसी आवश्यक वस्तु की कालाबाजारी की अफवाह फैल गई क्योंकि बड़े नोट देने पर दुकानदारों ने खुले पैसे होने से इंकार कर दिया।
उपभोक्ता मामलों के सचिव हेम पांडे ने कहा ‘‘इस अफवाह में कोई सच्चाई नहीं है। यह केवल अफवाह है। देश भर में आपूर्ति, वितरण और नमक के दामों में कोई समस्या नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि थोक बाजार में नमक की कीमत 12 रुपये प्रति किलो और खुदरा बाजार में 14 से 15 रुपये प्रति किलो है। यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र ने इस बारे में उप्र सरकार से बात की है, पांडे ने कहा ‘‘हमने राज्य के अधिकारियों से बात की और उन्होंने भी हमें बताया कि इस अफवाह में कोई सच्चाई नहीं है। उप्र में नमक के औसत दाम 16 से 17 रुपये प्रति किलो हैं।’’ केंद्र सरकार ने अन्य राज्यों में भी नमक की कीमत की जांच की है और पाया कि कहीं भी इसके दामों में कोई वृद्धि नहीं की गई है।
इस बीच, दिल्ली सरकार ने भी शुक्रवार रात दिल्लीवालों से अपील की कि वे शहर में नमक की कमी की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। सरकार ने आश्वासन दिया कि इस महत्वपूर्ण वस्तु की कोई कमी नहीं है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा कि खाद्य आपूर्ति अधिकारियों और उपसंभागीय मजिस्ट्रेटों की टीमें शहर के बाजारों में घूम रही हैं जहां नमक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उपमुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘नमक की आपूर्ति में कोई कटौती नहीं है। खाद्य आपूर्ति अधिकारियों और उपसंभागीय मजिस्ट्रेटों की टीमें शहर के बाजारों में घूम रही हैं जहां नमक उपलब्ध है।’’ उन्होंने कहा कि हर जगह नमक उपलब्ध है और लोग अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी नमक के संबंध में फैल रही अफवाहों पर संज्ञान लेते हुए निर्देश दिये कि नमक की कालाबाजारी या जमाखोरी करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सचिव, प्रमुख सचिव (खाद्य रसद) एवं सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि नमक के संबंध में किसी भी प्रकार की जमाखोरी और कालाबाजारी को तत्काल रोका जाए। उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए सतर्क रहते हुए इस संबंध में किसी भी प्रकार की शिकायत और सूचना मिलने पर जमाखोरों और कालाबाजारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। अफवाहों को रोका जाए।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में जिला पूर्ति अधिकारी नमक की उपलब्धता का विशेष ध्यान रखें।