मुंबई: नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को मुंबई में इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आइएफआर) के 10 ठिकानों पर छापा मारा। इससे पहले शुक्रवार को एनआईए ने आइएफआर के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई गई थी। एनजीओ के बाहर लगाया गया पोस्टर: जाकिर पर गैरकानूनी गतिविधियों और भड़काऊ भाषण के माध्यम से भारत में विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच नफरत को बढ़ावा देने जैसे आरोप हैं। उनके खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 153अ और अनलॉफुल एक्टिविटीज (प्रिवेंशन) एक्ट की धारा 10,13,18 के तहत मामला दर्ज हुआ है। इससे एक दिन पहले नाइक की संस्था आइएफआर पर बैन लगा दिया गया था और एनजीओ पर विदेश से चंदा लेने पर भी रोक लगाई थी। मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को जाकिर नाइक की संस्था के सामने एक नोटिस चिपकाया है। गृह मंत्रालय ने आइएफआर पर बैन लगा दिया है।
गल्फ देशों से फंड मिलने की जानकारी: इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को खाड़ी देशों से फंड मिलने की बात सामने आई थी। इसके बाद सरकार ने कुछ दिन पहले चंदे पर रोक लगाई थी। आइएफआर का हेड आॅफिस मुंबई में है। बांग्लादेश में आतंकी हमले के आरोपियों के जाकिर से इंस्पॉयर होने के खुलासे के बाद संस्था चर्चा में आई।
कैसे विवादों में आया जाकिर का एनजीओ : इस साल 1 जुलाई को बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक रेस्टोरेंट में आतंकी हमला हुआ था। इसमें 2 पुलिस आॅफिसर और 5 हमलावरों समेत 29 लोगों की मौत हो गई थी। जांच में यह भी बात सामने आई थी कि हमलावरों ने घटना के वक्त जाकिर नाइक की स्पीच का हवाला दिया था।