नयी दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने नोटबंदी के फैसले को जनविरोधी और राजनीतिक स्वार्थों से प्रेरित करार देते हुए आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अड़ियल और तानाशाही रवैये से लोकतंत्र को ध्वस्त कर रहे हैं। सुश्री मायावती ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिस फैसले से देश की 90 प्रतिशत आबादी परेशान हो और मुशीबत में हाे, वह फैसला जनहित और राष्ट्रहित में नहीं हो सकता है। उन्होंने 500 रुपए और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद करने के फैसले को ‘अपरिपक्व’ बताया और कहा कि देश में अफरा तफरी और आपात स्थिति है का माहौल है।
उन्होंने नोटबंदी के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि सरकार ने बिना तैयारी के यह फैसला लिया है। इससे पूरे देश में अफरा-तफरी के माहौल बन गया है। इसके अलावा नोटबंदी के फैसले को उन्होंने एक बार फिर आर्थिक इमरजेंसी बताया।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले से देशभर में आर्थिक इमरजेंसी जैसे हालात बन गए हैं। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनावी वादे अधूरे हैं। यह राजनैतिक फायदे के लिए फैसला लिया गया है। हालांकि, इस फैसले से बीजेपी को नुकसान होगा। यूपी चुनावों में बीजेपी को एकमात्र खतरा अकेले बसपा से ही है।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी नोटबंदी पर सरकार का विरोध देश के फायदे के लिए कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भावुक होने पर कहा कि पीएम मोदी का बार बार भावुक होना, आंसू बहाना, ये जनता को ब्लैकमेल नहीं हुआ तो क्या हुआ?
मायावती ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने अपना घर-परिवार देश के लिए छोड़ा है, ये अच्छी बात है पर इसका मतलब ये नहीं है कि वे देश के लोगों को परेशान करें। कहा कि राज्य का मुस्लिम समाज भी बसपा से जुड़ा है।