मुंबई: 500 व 1000 रुपये मूल्य के मौजूदा नोटों पर प्रतिबंध से जमाएं बढ़ने की उम्मीद में बैंकिंग शेयरों में चमक और वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेतों के चलते घरेलू शेयर बाजार तेजी की राह पर लौटे जहां सेंसेक्स 265 अंक मजबूत हुआ तो निफ्टी भी एक बार फिर 8500 के मनोवैज्ञानिक स्तर को लांघ गया।
कारोबारियों का कहना है कि अन्य एशियाई बाजारों में मजबूती से उत्साहित सटोरियों द्वारा सौदों की कटान से भी बाजार को बल मिला। निवेशकों ने अमेरिका के भावी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा व्यापार अनुकूल नीतियां अपनाने का अनुमान लगाते हुए खुद को आश्वस्त किया। घरेलू शेयर बाजारों में बैंक खंड के शेयरों में 12 प्रतिशत तक तेजी देखने को मिली। सरकार द्वारा काले धन पर लगाम लगाने के लिए 500 रुपये व 1000 रुपये के नोटों को प्रतिबंधित किए जाने के कदम से बैंकों की जमाएं बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान सकारात्मक दायरे में रहने के बाद 265.15 अंक चढ़कर 27,517.68 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 27,743.46 और 27,457.05 अंक के दायरे में रहा। अमेरिका में ट्रंप की जीत के बाद बिकवाली दबाव के चलते सेंसेक्स कल 338.61 अंक लुढक गया था। कालेधन के खिलाफ सरकार के कदमों का भी प्रतिकूल असर बाजार पर देखने को मिला।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफटी 93.75 अंक चढ़कर 8525.75 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,598.45 और 8,510.70 अंक के दायरे में रहा।