कोवलून (हांगकांग): ओलंपिक रजत पदकधारी पीवी सिंधू ने आज यहां सिंगापुर की जियोयु लियांग पर चुनौतीपूर्ण जीत दर्ज कर हांगकांग सुपर सीरीज के सेमीफाइनल में प्रवेश किया जबकि साइना नेहवाल बाहर हो गयी।
अगर दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी और लंदन ओलंपिक की कांस्य पदकधारी साइना ने अपना मैच जीत लिया होता तो वह सेमीफाइनल में सिंधु से भिड़ती। साइना और सिंधु अंतरराष्ट्रीय सर्किट में केवल 2014 इंडिया ग्रां प्री गोल्ड टूर्नामेंट में एक बार आमने सामने हुई हैं और इसमें वरिष्ठ शटलर ने दो गेम तक चले मुकाबले में जीत दर्ज की थी।
पिछले हफ्ते चाइना ओपन खिताब जीतने वाली सिंधू ने एक घंटे 19 मिनट तक चले क्वार्टरफाइनल मुकाबले में जियोयु लियांग को 21-17 21-23 21-18 से शिकस्त दी। पांचवीं वरीयता प्राप्त साइना को गैर वरीयता प्राप्त स्थानीय शटलर चेयुंग नगान यि से एक घंटे 11 मिनट तक चले मैच में 8-21 21-18 19-21 से पराजय का मुंह देखना पड़ा। इस भारतीय ने इससे पहले पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप में चेयुंग नगान यि को हराया था
समीर वर्मा भी पुरूष एकल के सेमीफाइनल में पहुंच गये, उन्होंने मलेशिया के चोंग वेई फेंग को महज 47 मिनट में 21-17 23-21 से शिकस्त दी। हालांकि अजय जयराम का सफर क्वार्टरफाइनल में ही समाप्त हो गया। वह हांगकांग के एनजी का लोंग एंगस से 32 मिनट में 15-21 14-21 से पराजित हो गये।
सिंधू ने क्वार्टरफाइनल मैच में तीन गेम में भले ही जीत दर्ज कर ली हो लेकिन वह अपने प्रदर्शन से खुश नहीं थी। सिंधू ने कहा, ‘मैं बढ़त बनाये थी लेकिन दूसरा गेम गंवा बैठी। वह (जियोयु लियान) बढ़िया खेली। मैं बहुत नर्वस थी और उसे काफी बड़ी बढ़त दे दी। मैं तीसरे गेम में 7-15 से पिछड़ रही थी। मेरे शॉट बाहर जा रहे थे। मैं अपने स्ट्रोक्स खेलने में आत्मविश्वास से भरी नहीं थी। यहां तक कि जब मैंने सुरक्षित शाट खेले वो भी बाहर जा रहे थे।’
उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं जानती थी कि कैसे खेलूं। 7-15 से पिछड़ने के बाद मैं आत्मविश्वास से भर गयी। लियांग बहुत अच्छी है, उसने काफी सुधार किया। मैं अच्छा खेल नहीं दिखा सकी।’ साइना ने कहा कि पिछले दो मैच काफी थकाऊ थे, उनके लिए आज काफी मुश्किल हो गयी क्योंकि वह शत प्रतिशत फिट नहीं थी।