झारखंड के रामगढ़, हजारीबाग, चतरा और रांची से घिरे चार जिलों के बॉर्डर पर स्थित जंगली क्षेत्रों में लॉस रिडक्शन प्लान (एलआरपी) चलाने से नक्सलियों पर अंकुश लगाने में सफलता मिली है.
बता दें कि हिन्दीगीर के जंगली इलाके में नक्सलियों के खिलाफ एलआरपी अभियान चलाया गया था. नक्सलियों के बढ़ते मनसूबों को कुचलने के लिए दो हफ्ते पहले चारों जिलों के एसपी के संयुक्त उपस्थिति में यह अभियान चलाया गया था.
पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाकर नक्सलियों की उपस्थिति कम करने का प्रयास किया गया. इस क्रम में बरकाकाना ओपी क्षेत्र से जेजेएमपी के दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. वहीं मांडू थाने में एक व्यक्ति से पूछताछ जारी है.
रामगढ़ के एसपी किशोर कौशल ने बताया कि रामगढ़ में नक्सलियों द्वारा पोस्टरबाजी के बाद एलआरपी चलाया गया. उन्होंने कहा कि एलआरपी का फायदा नजर आने लगा है. गौरतलब है कि झारखंड राज्य के चार जिलों रामगढ़, हजारीबाग, चतरा और रांची के एसपी द्वारा नक्सलियों की खोज के लिए जंगलों और पहाड़ों की तह तक छापेमारी की गई है. पुलिस ने कई घंटों तक कैंप लगाकर उग्रवादियों की खोजबीन के लिए जॉइन्ट ऑपरेशन चलाया था.
बता दें कि अभियान में एसपी आरसी मिश्रा समेत रांची के ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, हज़ारीबाग एसपी अनूप बीरथरे, चतरा एसपी अंजनी झा और रामगढ़ एसपी किशोर कौशल एलआरपी अभियान में शामिल थे.
इस संबंध में रामगढ़ एसपी किशोर कौशल ने कहा कि एलआरपी आगे भी चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि नक्सलियों के बढ़ते मनसूबों को रोकने के लिए एलआरपी जारी रहेगा.