वर्ल्ड फूड इंडिया फेस्टिवल के दौरान इंडिया गेट पर खिचड़ी पकाने का मेगा इवेंट शुरू हुआ। इसमें संजीव कपूर की अगुवाई में करीब 50 शेफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए 800 किलोग्राम खिचड़ी बनाई। इंडिया गेट पर फूड प्रॉसेसिंग मिनिस्टर हरसिमरत कौर बादल, बाबा रामदेव, बीजेपी सांसद साध्वी निरंजना ज्योति और पद्मश्री सेफ संजीव कपूर ने खिचड़ी में तड़का लगाया। ऐतिहासिक इंडिया गेट के मैदान में आयोजित विश्व खाद्य मेला एवं सम्मेलन के दूसरे दिन आज एक बड़ी कड़ाही में 800 किलो से ज्यादा खिचड़ी तैयार की गई। इसमें खिचड़ी की ब्रांडिंग भारत के संपूर्ण आहार के तौर पर गई। एक स्थान पर एक ही बर्तन में इतनी बड़ी मात्रा में तैयार व्यंजन को देखने गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की एक टीम भी मौजूद थी।
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, राज्यमंत्री निरंजन ज्योति, पतंजलि योग के रामदेव और जाने माने खानसामा संजीव कपूर ने बड़ी कड़ाही में तैयार खिचड़ी में मीडिया के समक्ष जीरे का छौंक लगाया और कड़ी पत्ता डाला। खानसामा संजीव कपूर के नेतृत्व में 50-60 रसोइयों की टीम ने इसे तैयार किया। सवेरे से ही इसे धीमी आंच पर पकाया जा रहा था। खिचड़ी को बड़े बड़े डिब्बों में रखकर विदेशी मेहमानों के साथ साथ राजधानी की कुछ कालोनियों में वितरित किया जाएगा।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा तीन से पांच नवंबर तक यहां आयोजित विश्व खाद्य भारत-2017 में खिचड़ी को भारत के आहार के रूप में प्रचारित किया जा रहा है।
हरसिमरत कौर ने खिचड़ी को भिन्नता में एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में किसी न किसी रूप में खिचड़ी पकाई जाती है। अमीर-गरीब, यह हर-एक का खाना है। हम इसे भारत के आहार के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेश करेंगे। खिचड़ी की अपनी संदुरता है। आज गुरु पर्व के दिन तैयार की गई इस खिचड़ी को विदेशी मेहमानों के साथ-साथ आम जनता और गरीब बच्चों को वितरित किया जाएगा।
योग गुरू रामदेव ने खिचड़ी को संपूर्ण आहार बताया। उन्होंने कहा यह भारत का आहार है, उपहार है। खिचड़ी को विश्व पटल पर पेश करने के लिए उन्होंने सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा, खिचड़ी का विश्व रिकार्ड बनेगा, भारत के खाद्य बाजार को नया आधार मिलेगा। यह स्वदेशी का प्रतीक है, यह विदेश में धूम मचाएगी। जाने माने खानसामा संजीव कपूर ने कहा, आज खिचड़ी का दिन है। यह पूरे देश का प्रतिनिधित्व करने वाली खिचड़ी है। यह चावल, मूंग दाल, ज्वार, रागी, गाजर आदि से बनी है। सूत्रों के अनुसार खिचड़ी में एलटी फूडस के चावल, टाटा की छिल्के वाली मूंग की दाल, मसाले और टाटा नमक तथा पतंजलि का हल्दी और जीरा इस्तेमाल किया गया।
40 हजार बच्चों के बीच परोसी जाएगी खिचड़ी
एक हजार किलो खिचड़ी बनने के बाद इसे वहां मौजूद लोगों के बीच बांटा जाएगा। इसमें 40 हजार एनजीओ के बच्चे, विदेश से प्रतिनिधि और कई अन्य लोग शामिल हैं।