बीते सप्ताह प्रमुख सूचकांक नई ऊंचाइयों पर बंद हुए, जिसमें विश्व बैंक की ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ रिपोर्ट में भारत की रैकिंग 130 से बढ़कर 100 हो जाने का प्रमुख योगदान रहा। इसके अलावा अमेरिकी शेयर बाजार में भी रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार का रुख रहा, जिसका घरेलू बाजार पर सकारात्मक असर देखा गया।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 528.34 अंकों या 1.59 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ 33,685.56 पर बंद हुआ और निफ्टी 129.45 अंकों या 1.25 फीसदी की तेजी के साथ 10,452.50 अंकों पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 2.03 फीसदी तथा स्मॉलकैप सूचकांक में 3.19 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। सोमवार को सेंसेक्स 108.94 अंकों या 0.33 फीसदी के तेजी के साथ 33,266.16 अंक पर बंद हुआ। मंगलवार को इसमें गिरावट दर्ज की गई और यह 53.03 अंकों या 0.16 फीसदी की गिरावट के साथ 33,213.13 पर बंद हुआ।
बुधवार को एक बार फिर बाजार में तेजी आई और सेंसेक्स 387.14 अंकों या 1.17 फीसदी की तेजी के साथ 33,600.27 पर बंद हुआ। गुरुवार को मुनाफावसूली के कारण बाजार में गिरावट आई और सेंसेक्स 27.5 अंकों या 0.08 फीसदी की गिरावट के साथ 33,573.22 पर बंद हुआ। शुक्रवार को सेंसेक्स 112.34 अंकों या ०.33 फीसदी की तेजी के साथ 33,685.56 पर बंद हुआ। व्यापक आर्थिक आंकड़ों के मोर्चे पर, देश के विनिर्माण क्षेत्र में अक्टूबर में गिरावट दर्ज गई, जो कि 50.3 फीसदी रही, जबकि सितंबर में यह 51.2 फीसदी थी। इस सूचकांक में 50 से ऊपर तेजी और 50 से नीचे का अंक गिरावट का सूचक है। विश्व बैंक ने मंगलवार को डूइंग बिजनेस (डीबी) रिपोर्ट 2018 जारी किया, जिसमें 190 देशों में भारत की रैकिंग 100 रही, जबकि एक साल पहले भारत की रैंकिंग 130 थी।
Related Posts
Add A Comment