प्योंगयांग/वॉशिंगटन: अमेरिका के 2 सुपरसोनिक बमवर्षकों ने कोरियाई प्रायद्वीप के ऊपर अभ्यास किया, जिसके बाद उत्तर कोरिया भड़क गया। इस अभ्यास को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की एशिया की पहली आधिकारिक यात्रा से पहले उत्तर कोरिया के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है। उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को अमेरिका की इस हरकत की कड़े शब्दों में निंदा की। अमेरिका के इन बमवर्षकों ने जापान और दक्षिण कोरिया के विमानों के साथ कोरियाई प्रायद्वीप के हवाई क्षेत्र में संयुक्त सैन्याभ्यास किया था।

उत्तर कोरिया ने कहा, ‘अमेरिका जैसा गुंडा लगातार परमाणु हमले की धमकी दे रहा है और उत्तर कोरिया को किसी भी कीमत पर ब्लेकमैल करने का प्रयास कर रहा है। अमेरिका के बी-1 बमवर्षकों को कोरियाई प्रायद्वीप में उड़ान भरी। इससे स्पष्ट पता चलता है कि अमेरिका ही एकमात्र देश है, जो कोरियाई प्रायद्वीप में स्थिति को बदतर करने पर तुला है और परमाणु युद्ध की चिंगारी भड़काने की कोशिश में है।’ हाल के महीनों में उत्तर कोरिया ने अपना सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण करते हुए अमेरिकी भूभाग तक पहुंचने में सक्षम अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। इसने शक्तिशाली मध्यम रेंज की नई मिसाइलों को जापान के ऊपर से उड़ाया और गुआम, अमेरिकी प्रशांत क्षेत्र एवं सैन्य प्रतिष्ठान को उड़ाने की धमकी भी दी।

दक्षिण कोरिया के एक सैन्य अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण कोरिया के पूर्वी तट के निकट एक क्षेत्र में गुरुवार को हुए अभ्यास के दौरान गुआम में एंडरसन वायुसेना अड्डे से बी-1बी बमवर्षकों को दक्षिण कोरियाई एफ-16 लड़ाकू जेट विमानों के साथ भेजा गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2 बी-1 बी लैंसर्स ने गुआम के एंडरसेन वायु सैन्यअड्डे से दक्षिण कोरिया एवं जापना की ओर उड़ा भरी। इसके बाद लैंसर्स ने यैले सागर के ऊपर दक्षिण कोरिया के लड़ाकू विमानों के साथ अभ्यास किया। इस द्विपक्षीय साझेदारी के पूरा होने के बाद ये विमान अपने-अपने सैन्यअड्डे लौट आए। बयान के मुताबिक, यह संयुक्त सैन्याभ्यास पहले से ही सुनियोजित था।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version