गौनाहा थाने पर गुरुवार दोपहर भीड़ ने हमला कर दिया। भीड़ ने थाने पर पथराव किया और तोड़फोड़ भी की। पथराव में बलथर थानाध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह, महिला व पुरुष पुलिस समेत दर्जनभर लोग घायल हो गए। भीड़ को काबू करने के लिए आधा दर्जन थाने की पुलिस घटनास्थल पहुंची। पुलिस ने तीन राउंड फायरिंग की और लाठियां चटकाईं। इसमें कई लोगों को चोटें आईं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी विनय कुमार भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।

वहीं सांसद सतीश चंद्र दुबे, जिप अध्यक्ष शैलेंद्र गढ़वाल समेत कई नेता भी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। बता दें कि लोग जेवर व्यवसायी अर्जुन सोनी (28) के हत्यारोपितों की एक महीने बाद भी हत्यारोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज थे। एसपी ने बताया कि गौनाहा में विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गई है। वे खुद मामले को देखने जा रहे हैं।

इधर, गुरुवार सुबह लोगों ने पहले जमुनिया बाजार को बंद कराया और यातायात ठप कर दिया। इसके बाद आक्रोशित लोग सहोदरा थाने पहुंच गये। यहां से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर लोगों की भीड़ गौनाहा थाने पहुंची। यहां गुस्साये हुए लोगों को देखते ही थानाध्यक्ष रणवीर झा ने फायरिंग कर दी। इससे लोगों का गुस्सा और भड़क गया। देखते ही देखते लोगों ने तोड़फोड़ और पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद थानाध्यक्ष समेत सभी पुलिस कर्मी थाने से भाग गए। लोग थाने में घुस गए और खिड़की, दरवाजे व टेबलों को तोड़ दिया।

क्या है मामला :
28 सितम्बर को जेवर व्यवसायी देहात में फेरी करने निकला था। दोपहर में गौनाहा रेलवे ढाला व पंडई पुल के समीप गन्ने की खेत में खून से लथपथ व्यवसायी का शव मिला था। गौनाहा व सहोदरा थाने की पुलिस ने एक-दूसरे का इलाका होने की बात कह मामले को टाल दिया था। बाद में वरीय अधिकारियों की हस्तक्षेप के बाद गौनाहा थाने में एफआईआर दर्ज की गई। लेकिन मामले में अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी।

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