भागलपुर शहर को साफ और सुंदर बनाने के लिए एक निजी स्कूल के बच्चों ने अनोखी पहल की है. स्कूली बच्चों की टोली छुट्टी के दिन डोर-टू-डोर जाकर कूड़ा-कचरा का भिक्षाटन करने के साथ लोगों से कूड़ा को अन्यत्र न फेंकने और साफ-सफाई को अपनाने की अपील करती है.
हाथों में बाल्टी लिये स्कूली बच्चों के साथ समाज के दूसरे लोगों की टोली हरेक छुट्टी और रविवार के दिन अलग-अलग मोहल्लों में निकलती है. घर-घर जाकर लोगों से कूड़ा मांगने के साथ शहर को साफ और सुंदर बनाने के लिए कूड़ा को कुड़ेदान में डालने की अपील करती है.
सबसे पहले एक निजी स्कूल की कुछ बच्चियों ने इस पहल की शुरूआत की, लेकिन बाद में इन बच्चियों की लग्नशीलता को देखते हुए न केवल स्कूल प्रबंधन बल्कि समाज के लोगों की भागीदारी भी शुरू हो गई और धीरे-धीरे चंद बच्चियों की यह पहल आज बड़ा कारवां में बदल गया है.
नेहा कुमारी और हर्षिता कुमारी ने ईटीवी/न्यूज18 बताया कि भागलपुर शहर के स्मार्ट सिटी के रूप में चयन के बाद उन लोगों को शहर और वार्डों में पसरी गंदगी को लेकर आहत थीं. सबसे पहले चार दोस्तों (लडकियों) ने मिलकर घर-घर जाकर जागरूक करने की कोशिश की और लोगों से कूड़ा को कुड़ेदान में डालने की अपील की.
इस क्रम में उनलोगों ने पाया कि कई ऐसे लोग हैं,जो बाहर दूर जाकर कूडा फेंकने में असमर्थ हैं तो उनलोगों ने छुट्टी के दिन कूडों को संग्रह करने का काम शुरू किया. पहले लोग हमें देखते थे लेकिन बाद में नगर पार्षद प्रसेनजीत उर्फ हंसल सिंह ने प्रोत्साहित किया और गाड़ी के साथ कुछ डब्बे उपलब्ध कराए. बाद में समाज के दूसरे लोगों ने हाथ बढाना शुरू किया और आज लंबा कारवां बन गया है.
बिहार और झारखंड में भागलपुर पहला शहर है,जिसका चयन सबसे पहले स्मार्ट सिटी के रूप हुआ है. शहर का चयन स्मार्ट सिटी में हो गया,लेकिन शहरवासी का स्मार्ट होना बाकी था और स्कूली बच्चियों की ओर से उठायी गयी बीड़ा का असर भी दिखने लगा है. न केवल स्कूल प्रबंधन बल्कि समाज के लोगों के साथ नगर पार्षद भी अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं और कचड़ा डब्बा के साथ अन्य सामानों को भागीदारी के साथ मुहैया करवा रहे हैं.
शिक्षण संस्थान गुरूकुल के निदेशक मनीष कुमार ने अपने स्कूल के बच्चों की यह पहल देखी तो वे स्वयं प्रोत्साहन में जुटने के साथ अन्य बच्चों के साथ अभियान के हिस्सेदार हो गए.
वहीं, नगर पार्षद प्रसेनजित उर्फ हंसल सिंह स्वयं अभियान के दिन बच्चों और अपने साथियों के साथ घर-घर जाकर नगर को साफ-सुथरा बनाने के संदेशों के साथ भिक्षाटन कर कूड़ा जमा करवाते हैं और फिर नगर निगम की गाड़ी से उसे बाहर भिजवाया जाता है. नगर पार्षद की ओर से इन बच्चों को हर तरह का सहयोग प्रदान किया जाता है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं की ओर से समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है लेकिन जरूरत है भागलपुर के इन बच्चों के पहल से अन्य लोग भी प्रेरणा ले.