मेदिनीनगर। सीएम रघुवर दास ने कहा कि सरकार यह चाहती है कानून का शासन चले। लोकतंत्र है। सबको अपनी मांग रखने का अधिकार है, लेकिन स्थापना दिवस जैसे अवसर पर कोई गुंडागर्दी करेगा, तो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। वह रघुवर दास का कार्यक्रम नहीं था। किसी सरकार का कार्यक्रम नहीं था। उस दिन भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिन था। राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के लिए जश्न का दिन था। पत्थर मारनेवाले गुंडे कभी शिक्षक नहीं हो सकते। झारखंड को ऐसे शिक्षकों की जरूरत नहीं है। फिर से बहाली करेंगे, झारखंड में नौजवानों की फौज खड़ी है। ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मेदिनीनगर में चौपाल कार्यक्रम के दौरान कहीं। कहा कि पारा शिक्षकों की दो-दो मांगें मानीं, कल्याण कोष में 10 करोड़ की राशि दी, मानदेय भी बढ़ाया, लेकिन उन्हें परमानेंट नहीं कर सकते। गरीब के पैसे से तनख्वाह की बढ़ोतरी नहीं करेंगे। पारा शिक्षकों से अनुरोध है कि शिक्षक हैं, तो शिक्षकों का गुण रखिए।

गुंडागर्दी करनेवाला होटवार जेल में रहेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि साल के 365 दिन विरोध कीजिए, काला झंडा दिखाइए, लेकिन राज्य स्थापना दिवस पर, बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर गुंडागर्दी करना सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। गुंडागर्दी करनेवाला होटवार जेल में रहेगा, यह रघुवर का शासन है, जनता का शासन है। गरीब के बच्चों को भी क्वालिटी की शिक्षा मिलनी चाहिए। सरकारी स्कूल में किसके बच्चे पढ़ते हैं, गरीब के बच्चे पढ़ते हैं। उस गरीब को भी क्वालिटी एजुकेशन मिलनी चाहिए। गरीब बच्चों की शिक्षा से खिलवाड़ करनेवाले, पत्थर मारनेवाले शिक्षक हो ही नहीं सकते। ऐसे उपद्रवकारियों को राजनीतिक पार्टियां संरक्षण दे रही हैं। वे उन्हें उकसा रही हैं। लेकिन उन्हें जनता को यह भी बताना चाहिए कि जब ये सरकार में थे, तो क्यों नहीं पारा शिक्षकों की मांगें पूरी कर दी। यह बात पारा शिक्षकों को भी समझनी होगी। पारा शिक्षक, शिक्षक न होकर अब किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता हो गये हैं। ऐसा करनेवाले कुछ लोग हैं। संख्या दो सौ से 500 तक होगी। सरकार पत्थरबाज शिक्षकों पर गरीब की गाढ़ी कमाई खर्च नहीं कर सकती। पढ़ानेवाले शिक्षकों की हर मांग धीरे-धीरे पूरी करेंगे, लेकिन लोकतंत्र को अपमानित करके, स्थापना दिवस पर गुंडागर्दी करके कोई सरकार को झुका नहीं सकता। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि टूट सकता हूं, लेकिन झुक नहीं सकता।

उपद्रवी चेत जायें, यह लुंजपुंज सरकार नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि उपद्रवी चेत जायें, यह लुंजपुंज सरकार नहीं है। झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता ने मजबूत सरकार दी है। यह कोई हेमंत सोरेन और कोई मिलीजुली सरकार नहीं हैं। जनता ने स्पष्ट बहुमत दिया है आशाओं और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए । विकास सरकार का लक्ष्य है। इन सभी में आम जनता का सहयोग अपेक्षित है। सहयोग मिल रहा है। एक बार फिर पारा टीचरों को कहना चाहता हूं कि गांव में पढ़ाओ। जो भी मांग होगी, सरकार देखेगी। लोकतंत्र में मांग रखने का अधिकार सबको है। सभी समस्याओं का समाधान होगा। गुंडागर्दी करोगे, तो होटवार जेल में
जाना तय है।

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