रांची। स्थापना दिवस पर गुरुवार को पारा शिक्षकों का पारा चढ़ा। पारा शिक्षकों ने मोरहाबादी में चल रहे स्थापना दिवस समारोह में हुड़दंगई की। काला झंडा दिखाया। जमकर नारेबाजी की। रोड़ेबाजी के साथ कुर्सियां भी फेंकी, तोड़ीं। पुलिस ने पारा शिक्षकों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद पारा शिक्षक सड़क पर जम गये। इस दौरान पुलिस और शिक्षकों के बीच तीखी बहस होती रही। लाठीचार्ज में मीडियाकर्मियों को भी चोटें आयी हैं। दरअसल, स्थायीकरण, समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर पारा शिक्षक स्थापना दिवस समारोह का विरोध जताने मोरहाबादी मैदान पहुंचे थे। सैकड़ों की संख्या में पारा शिक्षक सरकार का विरोध करने को लेकर दोपहर एक बजे मोरहाबादी में बापू की प्रतिमा के बगल में जमा थे।

इसी दौरान सवा एक बजे वहां पर पारा शिक्षकों को किसी ने सूचना दी कि सरकार ने उनके लिए कोई नयी घोषणा नहीं की है। इसके बाद पारा शिक्षक आक्रामक हो गये। एक महिला पारा शिक्षिका बांस लेकर पुलिस से भिड़ गयी। इसी नोंकझोंक के दौरान पारा शिक्षकों और पुलिस के बीच जोरदार तीखी बहस होने लगी। इधर, पंडाल में भी पारा शिक्षक कुर्सियां चलाने लगे। नारेबाजी करने लगे। बाहर मामला बिगड़ता देख पुलिस ने भी हंगामा कर रहे पारा शिक्षकों पर लाठी चार्ज किया। कई पारा शिक्षक बचने के लिए सेना के मैदान की ओर भागे, तो कुछ पारा शिक्षकों को पुलिस ने करमटोली चौक की ओर खदेड़ दिया। इसके बाद दोपहर पौने दो बजे पारा शिक्षक एकजुट होकर पुलिस को ही पीछे की ओर खदेड़ दिया। बवाल काट रहे पाराशिक्षकों ने एक कार का शीशा फोड़ दिया, भगदड़ में दो मोटरसाइकिल क्षतिग्रस्त हो गयी। स्थापना दिवस कार्यक्रम खत्म होने के बाद भी पारा शिक्षक मोरहाबादी मैदान में डटे रहे।

216 पारा शिक्षक बरखास्त: जिला प्रशासन
झारखंड राज्य स्थापना दिवस के दिन पूरे राज्य भर से राजधानी रांची में आये पारा शिक्षकों ने सरकारी कार्यक्रम में बाधा पहुंचाने की कोशिश की। साथ ही विधि व्यवस्था को अपने हाथ में लेकर पत्थरबाजी भी की। विधि व्यवस्था में लगे पुलिस प्रशासन के पदाधिकारियों, वरीय पुलिस अधीक्षक, सिटी पुलिस अधीक्षक और ड्यूटी पर तैनात पदाधिकारियों पर पारा शिक्षकों ने हमला किया, जिससे कई पदाधिकारी गंभीर रूप से जख्मी हुए।

पारा शिक्षकों द्वारा सरकारी कार्यक्रम में व्यवधान डालने, विधि व्यवस्था को तोड़ने, सरकारी लोगों पर हमला करने की घटना को बेहद अशोभनीय और गंभीर माना गया। वीडियो रिकार्डिंग, कार्यक्रम स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरा से लिये फुटेज और अन्य प्रमाणों के आधार पर 16 प्रखंड के कुल 216 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया। साथ ही लगभग 600 पारा शिक्षकों को खेलगांव और रेड क्रॉस स्थायी जेल में गिरफ़्तार कर रखा गया है। इनको भी बरखास्त करने की कार्रवाई की जा रही है। अन्य जिलों के जिलाधिकारियों को भी यहां शामिल पारा शिक्षकों की सूची भेजी जा रही है। इसके आधार पर चिह्नित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया आरंभ कर दी गयी है।

स्थापना दिवस समारोह में बाधा उत्पन्न करना अशोभनीय और निंदनीय: भाजपा
रांची। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि झामुमो और कांग्रेस की शह पर पारा शिक्षकों के एक छोटे समूह के द्वारा मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में व्यवधान पैदा करने की कोशिश की गयी। श्री शाहदेव ने कहा कि कांग्रेस ने बुधवार को ही प्रेस कांफ्रेंस करके कहा था कि वह पारा शिक्षकों के मुद्दे पर सड़क पर उतरेगी। झामुमो हमेशा से इस मुद्दे पर आर पार की लड़ाई की बात करता रहा है।

भाजपा को पुख्ता सूचना मिली है कि इन दोनों दलों के नेताओं की शह पर और समर्थन दिये जाने के कारण पारा शिक्षकों के एक गुट ने अराजकता पैदा करने की कोशिश की। कहा कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर ऐसे असामाजिक तत्वों का समर्थन करने के लिए कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा को जनता से सार्वजनिक माफी मांगी चाहिए। सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी। समय-समय पर सरकार ने पारा शिक्षकों के लिए मातृत्व अवकाश, रिटायरमेंट एज 60 वर्ष करने, आकस्मिक अवकाश देने और नियुक्ति में 50% आरक्षण का प्रावधान भी किया है। भाजपा यह मानती है कि शिक्षक पत्थरबाजी नहीं कर सकते और जिन्होंने पत्थरबाजी की है वह असामाजिक तत्व ही हो सकते हैं।

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी कमेटी पारा शिक्षकों की मांग पर गंभीरता से विचार कर रही है। ऐसे समय में कांग्रेस और झामुमो के चढ़ाने पर ऐसा आंदोलन करने का कोई औचित्य नहीं था। भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर राजनीति करने वाले कांग्रेस और झामुमो ने उनकी जयंती पर आज ऐसे असामाजिक तत्वों को शह देकर अपनी असलियत दिखा दी है । उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में काले झंडे दिखाना और पत्थरबाजी करने की घटना को किसी भी सूरत में सही नहीं ठहरायी जा सकती। खेद प्रकट किया कि कुछ मीडिया कर्मियों को भी चोट लगी है। सरकार मीडियाकर्मियों के साथ हुए दुर्व्यवहार की जांच करे और दोषियों पर कार्रवाई हो।

विपक्ष हो जाये सावधान
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल वर्णवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड को बनाया भी और संवारा भी । पूर्व मे भी विपक्ष ने झारखंड को बदनाम करने की व्यापक साजिश रची थी। कहा कि पारा शिक्षकों की बहाली से लेकर आज तक जितनी भी सुविधा मिली है वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार में खासकर रघुवर सरकार में ही मिली हैं।

झारखंड आज तेजी से प्रगति कर रहा है
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और झारखंड राज्य बार कौंसिल के उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। वह समय दूर नहीं, जब झारखंड विकसित राज्यों में सबसे आगे होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि रघुवर दास के नेतृत्व में झारखंड में विकास रथ तेजी से आगे बढ़ेगा।

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