रांची। राजधानी में स्थित दो लाख से अधिक घरों में वर्ष 2021 के बाद 24 घंटे सप्लाई पानी मिलेगा। क्योंकि, केंद्र सरकार की अम्रुत योजना के तहत शहर के जोन वन में सप्लाई पाइपलाइन बिछने और 14 नये वाटर टावर बनाने में तीन वर्ष का समय लगेगा। जोन वन का काम करने के लिए एलएंडटी कंपनी का चयन किया गया है। नगर विकास विभाग की एजेंसी जुडको की ओर से निकाले गए टेंडर में एलएंडटी एल वन हुई थी। इसके बाद जुडको ने कंपनी को लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) दे दिया है।
टेंडर में अधिक पैसा कोट होने के चलते 26 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी
जोन वन में होने वाले काम पर कुल 290 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जबकि, नगर विकास विभाग वाटर सप्लाई स्कीम जोन वन के लिए कुल 264 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी थी। टेंडर में अधिक पैसा कोट होने की वजह से करीब 26 करोड़ रुपए की बढ़ोत्तरी हो गई है। जनवरी से जलमीनार बनाने का काम शुरू होगा। इसके बाद पाइपलाइन भी बिछेगी।
शॉर्ट टर्म योजना : तीन वर्षों तक पानी के लिए रहेगी मारामारी
जलापूर्ति योजना को पहले 2020 तक लागू करना था, लेकिन डीपीआर बनाने और टेंडर करने में एक वर्ष लग गया। इस वजह यह प्रोजेक्ट अब 2021 में पूरा होगा। ऐसे में अगले 3 वर्षों तक शहर की बड़ी आबादी को पानी के लिए भटकना पड़ेगा। इस वर्ष गर्मी में भूगर्भ जल स्तर काफी नीचे जाने और अनियमित जलापूर्ति से बड़ी आबादी प्रभावित हुई थी। ऐसी ही स्थिति अगले 3 वर्षों तक रहेगी। हालांकि, नगर विकास विभाग और पेयजल स्वच्छता विभाग जनवरी से सभी क्षेत्र में प्रतिदिन 2-2 घंटा नियमित जलापूर्ति की योजना पर काम कर रहा है।
लांग टर्म योजना : 2037 तक की आबादी के लिए मिलेगा पानी
शहर के लोगों को वर्ष 2037 तक पानी पिलाने के लिए सभी वार्डों को जोन वाइज बांटा गया है। कुल 36 जोन बनाकर सप्लाई पाइपलाइन का नेटवर्क बिछेगा। सभी गली मुहल्लों तक डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछेगी। वर्तमान और प्रस्तावित डिस्ट्रीब्यूशन लाइन 858 किलोमीटर लंबी हो जाएगी। वर्तमान में 22 जलमीनार से पानी की आपूर्ति हो रही है। इससे हमेशा लो प्रेशर बना रहता है। जोन वन का काम होने से 14 नई जल मीनार बनेंगी। शहर 36 जोन में बंट जाएगा। इससे लो प्रेशर की समस्या के साथ पानी कम आने की शिकायत दूर हो जायेगी।
रातू रोड, लालपुर और हरमू में पानी की समस्या होगी दूर
शहर की घनी आबादी वाले क्षेत्र विद्यानगर, हरमू कॉलोनी के अधिकतर क्षेत्रों में सप्लाई लाइन नहीं पहुंची है। रातू रोड और पिस्का मोड़, पंडरा रोड में जलमीनार की संख्या कम होने से अंदर के मुहल्लों में पानी नहीं पहुंचता। 60 प्रतिशत मुहल्लों में सप्लाई पाइपलाइन बिछी हुई है, लेकिन प्रेशर के साथ पानी नहीं पहुंचता। लालपुर, वर्दमान कंपाउंड, मधुकम सहित अन्य मुहल्लों में पाइपलाइन बिछने के बाद भी पानी नहीं पहुंचता। जलमीनार बनने के बाद यह समस्या दूर हो जाएगी।