मुंबई: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी चीफ शरद पवार से हरी झंडी मिलने के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के बीच गठबंधन की स्थिति अब धीरे-धीरे साफ होती दिख रही है। सूत्रों के मुताबिक इस गठबंधन का नाम ‘महाविकास अघाड़ी’ (प्रोग्रेसिव अलायंस) होगा और इस प्रमुख अजेंडा किसान और विकास होगा। दिल्ली में डेरा जमाए तीनों दलों के नेता अब मुंबई कूच कर रहे हैं और सरकार के स्वरूप को लेकर अभी चर्चा का दौर जारी है। उधर, मुख्यमंत्री पद को बांटने को लेकर अभी भी एनसीपी और शिवसेना में पेच फंसा हुआ है। यही नहीं, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने सरकार पर ‘अभी कुछ भी बताने लायक नहीं’ कहकर सस्पेंस बढ़ा दिया है।
सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद कांग्रेस के नेता केसी वेणुगोपाल ने मीडिया से कहा कि हमने कांग्रेस वर्किंग कमिटी के सदस्यों को महाराष्ट्र के ताजा हालात से अवगत कराया है। कांग्रेस-एनसीपी के बीच चर्चा जारी रहेगी। वेणुगोपाल ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि शुक्रवार को मुंबई में एक फैसला हो सकता है।’ उधर, महाराष्ट्र कांग्रेस के चीफ बालासाहेब थोराट ने सरकार बनाने के विषय पर कहा कि 5 साल तक सरकार चलाने के लिए अभी कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण की जरूरत है।