नई दिल्ली: दिल्ली की सड़कों पर ऑड-ईवन का असर सोमवार को साफ नजर आया। पहले दिन गाड़ियां आम दिनों जितनी नजर नहीं आईं। कमोबेश ट्रैफिक स्मूद तरीके से चलता नजर आया। जिन रास्तों और चौराहों पर पीक आवर्स के दौरान लंबा जाम लगा रहता है, वहां भी हालात बदले हुए नजर आए। लोग ऑड-ईवन नियम का पालन करते नजर आए और जिन लोगों के चालान कटे, उनमें भी ज्यादातर एनसीआर या बाहर के थे। पहले दिन ट्रैफिक पुलिस ने चालान काटने की बजाय लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया। पुलिसवालों ने नियम का उल्लंघन करने वालों को हिदायत देकर छोड़ भी दिया। कमोबेश ऑड-ईवन के पहले दिन दिल्ली की सड़कों पर प्राइवेट गाड़ियां कम उतरीं और बस, ऑटो और पीली नंबर प्लेट वाली टैक्सियां ही ज्यादा नजर आईं।

ऑड-ईवन के मद्देनजर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 200 जगहों पर विशेष टीमें तैनात की थीं, जिन्होंने सुबह से ही रूल तोड़ने वालों की धरपकड़ शुरू कर दी थी। दिल्ली सरकार ने ट्रैफिक पुलिस को रूल तोड़ने वालों के 4 हजार रुपये के चालान काटकर जुर्माना ऑन स्पॉट भी वसूल करने की इजाजत दी है, ऐसे में कुछ लोग मौके पर ही जुर्माना भरते भी नजर आए। मगर, ज्यादातर लोगों ने कोर्ट का ही चालान कटवाया। ऐसे लोगों का डीएल या गाड़ी का कोई एक दस्तावेज पुलिस ने जब्त कर लिया।

कटे 271 चालान
दिल्ली में ऑड-ईवन योजना के पहले दिन नियमों के उल्लंघन के मामले में 271 चालान किए गए। आंकड़ों के मुताबिक जहां ट्रैफिक पुलिस ने 233 चालान किए, वहीं ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की टीमों ने पूरे दिन में 19 चालान किए। रेवेन्यू डिपार्टमेंट की टीमों ने 19 चालान किए। वहीं ऑड-ईवन के पहले दिन 6,173 बसें सड़कों पर उतरी, जिनमें से डीटीसी की 3,681 बसें और क्लस्टर की 1,849 बसें शामिल हैं। प्राइवेट बस ऑपरेटर्स की भी 643 बसें पहले दिन सड़कों पर उतरी। आने वाले दिनों में प्राइवेट बसों की संख्या में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है। पहले दिन ट्रैफिक और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की 200-200 टीमें सड़कों पर थी और 65 टीमें रेवेन्यू डिपार्टमेंट की सड़कों पर मौजूद रही।

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