रांची। दुमका और बेरमो विधानसभा क्षेत्रों में मतदान मंगलवार को संपन्न हो गया। दोनों ही सीटों पर बंपर मतदान हुआ, हालांकि यह दिसंबर में हुए चुनाव से थोड़ा कम रहा। चुनाव आयोग के आरंभिक आंकड़ों के अनुसार दुमका में इस बार 65.27 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि पिछली बार 67.14 प्रतिशत वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। बेरमो में इस बार 60.20 प्रतिशत वोट पड़े, जबकि पिछली बार यह 60.93 था। चुनाव आयोग का कहना है कि अंतिम आंकड़ा आने पर मतदान प्रतिशत में बदलाव हो सकता है और तब पिछली बार की तुलना में इस बार वोटिंग का प्रतिशत बढ़ जायेगी। दोनों ही सीटों पर मतदान के दौरान कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। इन दोनों सीटों पर डाले गये वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी और परिणाम उसी दिन घोषित कर दिये जायेंगे।
कोरोना गाइड लाइन का पालन हुआ
कोरोना काल में हुए इस चुनाव में मतदाताओं पर महामारी की खौफ नहीं दिखा। शहरी और ग्रामीण इलाकों में सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लोगों की कतार रही। हालांकि मतदान केंद्रों पर कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन किया गया। मतदाताओं को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लाइन में खड़ा कराया गया और फेस मास्क का इस्तेमाल कराया गया। मतदान कर्मी भी फेस शील्ड और मास्क लगाये नजर आये। हैंड सेनिटाइजर का इंतजाम प्रशासन ने किया था।
चुनाव आयोग ने जताया संतोष
संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और संयुक्त सचिव हीरालाल मंडल ने शाम को मीडिया को बताया कि बेरमो में सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान हुआ, जबकि दुमका में सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने बताया कि दुमका में कुल 368 और बेरमो में 468 बूथों पर मतदान किया गया। इनमें दुमका में 76 और बेरमो के 87 बूथों की वेबकास्टिंग की जा रही थी। उन्होंने कहा कि मतदाताओं, जिला प्रशासन एवं उपचुनाव से जुड़े सभी कर्मियों के सार्थक प्रयास से उप चुनाव शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष संपन्न हुआ और मतदाता के बीच जागरूकता फैलने से वोटिंग प्रतिशत में वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि इस उप चुनाव में दुमका विधानसभा क्षेत्र के 96.81 फीसदी और बेरमो के 80.24 फीसदी दिव्यांग वोटरों ने वोट दिया। दिव्यांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र के वोटर, जिन्होंने पोस्टल वैलेट के द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया, उनकी संख्या दुमका में 446 और बेरमो में 2322 है।
दुमका में 12, बेरमो में 16 उम्मीदवार
दोनों सीटों पर कुल 28 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। प्रतिष्ठित दुमका सीट पर 12 प्रत्याशी मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला झामुमो के बसंत सोरेन और भाजपा की प्रो लुइस मरांडी के बीच हुआ। इसी तरह कोयलांचल की प्रमुख सीट बेरमो में कुल 16 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस के कुमार जयमंगल उर्फ अनुप सिंह और भाजपा के योगेश्वर महतो बाटुल के बीच रहा।
बिहार की 94 सीटों पर 54.05 फीसदी वोट पड़े
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दूसरे चरण में कुल 94 सीटों पर मंगलवार को मतदान हुआ। आरंभिक जानकारी के अनुसार 54.05 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान के दौरान कहीं से किसी अप्रिय वारदात की सूचना नहीं मिली। इस चरण में कुल 1463 उम्मीदवार मैदान में थे। 17 जिलों की 94 सीटों पर कोरोना काल में हुए इस चुनाव में वोटरों में काफी उत्साह दिखा। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी लाइनें दिखीं। पहले चरण की तरह ही इस बार भी मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। दूसरे चरण में कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला मतदाताओं ने कर दिया है। इसमें आरजेडी नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव, पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव और प्लूरल्स पार्टी की प्रेसिडेंट पुष्पम प्रिया चौधरी जैसी उम्मीदवार शामिल हैं। बिहार चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आयेंगे।
नौ राज्यों की 52 सीटों पर भी चुनाव संपन्न
उधर नौ राज्यों की 52 सीटों पर भी मंगलवार को मतदान हुआ। इसमें करीब 56 फीसदी मतदान की खबर है। मतदान के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इन सभी सीटों की मतगणना भी 10 नवंबर को होगी।