एमबीसी आरक्षण समेत विभिन्न मांगों पर बयाना के पीलूपुरा में दिल्ली-मुंबई रेल ट्रैक पर कब्जा जमाकर बैठे गुर्जर आंदोलनकारियों ने बुधवार रात जयपुर में सरकार के साथ हुए समझौते के बाद गुरुवार सवेरे आंदोलन समाप्त कर दिया।
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की बुधवार रात सरकार से वार्ता सफल होने के बाद गुरुवार सुबह गुर्जर नेता विजय बैंसला एवं समाज के अन्य लोग बयाना के पीलूपुरा आंदोलन स्थल पहुंचे। यहां उन्होंने समाज के सामने सरकार से हुई वार्ता के बारे में चर्चा की और सभी से आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। साथ ही, लोगों से कहा कि अब संघर्ष सफल हुआ और सभी अपने घरों पर दीपावली मनाइए। इसके बाद सभी लोगों ने पीलूपुरा रेलवे ट्रैक खोल दिया। साथ ही जगह-जगह लगे रोड जाम को भी खुलवा दिया। इसके बाद यातायात सुचारु हो गया। लगभग एक पखवाड़े से बंद इंटरनेट सेवा दोबारा सुचारू हो गई। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
एमबीसी में 5 फीसदी आरक्षण सहित विभिन्न मांगों को लेकर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला द्वारा एक नवम्बर से बयाना तहसील क्षेत्र के पीलूपुरा गांव मे रेल की पटरियों पर बैठकर आंदोलन किया जा रहा था। इससे दिल्ली-मुंबई रेलवे सेवा बाधित हो गई थी। करौली-हिंडौन स्टेट हाईवे मार्ग स्थित गुडला गांव में गुर्जर समाज के लोगों ने पेड़ की टहनियां डालकर सड़क मार्ग को भी जाम कर दिया गया था। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। बुधवार रात जयपुर में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की सरकार से वार्ता सफल होने के बाद गुरुवार सुबह गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और गुर्जर नेता विजय बैंसला के आंदोलन समाप्ति की घोषणा के बाद गुर्जरों ने रेल मार्ग को सड़क मार्ग पर से जाम हटा लिया। लगभग 15 दिनों से बंद करौली में नेट सेवा भी चालू हो गई।
एमबीसी में 5 फीसदी आरक्षण सहित विभिन्न मांगों को लेकर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला द्वारा एक नवम्बर से बयाना तहसील क्षेत्र के पीलूपुरा गांव मे रेल की पटरियों पर बैठकर आंदोलन किया जा रहा था। इससे दिल्ली-मुंबई रेलवे सेवा बाधित हो गई थी। करौली-हिंडौन स्टेट हाईवे मार्ग स्थित गुडला गांव में गुर्जर समाज के लोगों ने पेड़ की टहनियां डालकर सड़क मार्ग को भी जाम कर दिया गया था। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। बुधवार रात जयपुर में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की सरकार से वार्ता सफल होने के बाद गुरुवार सुबह गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और गुर्जर नेता विजय बैंसला के आंदोलन समाप्ति की घोषणा के बाद गुर्जरों ने रेल मार्ग को सड़क मार्ग पर से जाम हटा लिया। लगभग 15 दिनों से बंद करौली में नेट सेवा भी चालू हो गई।
पीलूपुरा रेलवे ट्रैक पर पहुंचे गुर्जर नेता विजय बैंसला ने समाज के लोगों से कहा कि हमारे सभी छह बिंदुओं पर सरकार के साथ समझौता हो गया है और मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि गुर्जर समाज की यह सभी मांगें जल्द पूरी कर दी जाएंगी। विजय बैंसला ने समाज के लोगों के सामने 6 बिंदुओं के सहमति पत्र को पढक़र भी सुनाया। सहमति पत्र पढऩे के बाद वहां मौजूद सभी गुर्जर समाज के लोगों ने इस पर सहमति जताई है। साथ ही, आंदोलन समाप्ति की घोषणा के साथ ही सभी लोगों ने रेलवे ट्रैक छोड़ दिया और सड़क़ पर जगह-जगह लगे जाम को खुलवाना शुरू कर दिया।
गुर्जर आरक्षण आंदोलन के 11वें दिन बुधवार को सरकार की तरफ से कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला एवं गुर्जर समाज को जयपुर में वार्ता के लिए न्यौता मिला। इसके बाद सरकार और गुर्जर समाज के बीच जयपुर में 09 घंटे की लंबी वार्ता चली। वार्ता के बाद गुर्जर समाज ने सरकार से सभी बिंदुओं पर सहमति जता दी। इसके बाद आंदोलन समाप्ति की घोषणा भी कर दी गई। इसके बाद आंदोलनकारियों की सहमति होने पर आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गई। आंदोलनकारियों ने रेलवे ट्रैक खाली कर दिया। लोगों ने खुशी में भगवान देवनारायण के जयकारे लगाते हुए मिठाई बांटकर खुशी जताई।
गुर्जरों के ट्रैक खाली करने के साथ ही रेलवे ने ट्रैक को सुधारने का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया। रेलवे के एडीईइन मलखान सिंह मीणा के नेतृत्व में पहुंची टीम ने बयाना-फतेहसिंह पुरा रेलखंड पर मरम्मत का काम शुरू कर दिया।