कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद अहमद पटेल का 71 साल की उम्र में बुधवार तड़के साढ़े 3 बजे गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में निधन हो गया। उनके बेटे फैजल ने ट्वीट करके उनके निधन की जानकारी दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत देश के तमाम बड़े राजनेताओं ने उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।
अहमद पटेल करीब एक माह पूर्व ही कोरोना से संक्रमित हुए थे। खुद उन्होंने 1 अक्टूबर को इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि- मैं कोरोना पॉजिटिव हुआ हूं। मैं निवेदन करता हूं कि जो मेरे नजदीकी संपर्क में आए हैं, वे खुद को आइसोलेट कर लें। इसके बाद उन्हें मेदांता मेडिसिटी में भर्ती कराया गया। दिन-प्रतिदिन उनकी सेहत खराब होती गई। कुछ खास सुधार नहीं हो पाया। लगभग सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। फिर भी सेहत में सुधार की उम्मीदों के बीच उन्हें आईसीयू में रखा गया। तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और बुधवार तड़के साढ़े तीन बजे उनका इंतकाल हो गया।
बेटे फैजल ने बहुत ही भावुक ट्वीट कर कहा है कि-उनके पिता के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। जिस कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका। खुदा उन्हें जन्नत दे। फैजल पटेल ने लोगों से अपील की है कि कोरोना गाइड लाइन्स का पालन करें। अधिक भीड़ न करें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

3 बार लोकसभा और 5 बार राज्यसभा सांसद बने

अहमद पटेल के राजनीतिक कैरियर की बात करें तो 26 साल की उ्रम में उन्होंने वर्ष 1977 में भरूच से लोकसभा का चुनाव जीता और संसद पहुंचे। वर्ष 1993 में राज्यसभा सांसद बने। वर्ष 2018 में वे कांग्रेस के कोषाध्यक्ष बनाए गए। अहमद पटेल की भूमिका कांग्रेस में बहुत ही महत्वपूर्ण थी। राजनीति के वे धुरंधर नेता था। उन्होंने कांग्रेस को मजबूत बनाने में सदा अपना अनुकरणीय योगदान दिया। किसी भी तरह से वे सुर्खियों में रहना पसंद नहीं करते थे। कांग्रेस के संकट मोचन की उनकी सदा भूमिका रही।

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