Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, December 26
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»उज्जैनः चांदी की पालकी में सवार होकर “हरि” से मिलने पहुंचे “हर”, सौंपा सृष्टि का भार
    Top Story

    उज्जैनः चांदी की पालकी में सवार होकर “हरि” से मिलने पहुंचे “हर”, सौंपा सृष्टि का भार

    sonu kumarBy sonu kumarNovember 29, 2020No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
    कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी अर्थात् वैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर धार्मिक नगरी उज्जैन में सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट के प्रसिद्ध गोपाल जी मंदिर में परम्परा के अनुसार शनिवार देर रात हरि-हर हुआ। “हर” (भगवान महाकाल) चांदी की पालकी में सवार होकर गोपाल जी मंदिर पहुंचे, जहां “हरि” (भगवान विष्णु) को तुलसी की माला भेंटकर सृष्टि का भार सौंपा। कोरोना के चलते लगाए गए प्रतिबंध के कारण इस अद्भुत हरि-हर मिलन के साक्षी बनने से इस बार आम श्रद्धालु वंचित रह गए।
    मान्यता है कि देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक (चतुर्मास) में भगवान विष्णु (हरि) सृष्टि के संचालन का भार भगवान महाकाल को सौंपकर राजा बलि का आतिथ्य स्वीकारने के लिए पाताल लोक चले जाते हैं। चार महीने तक पालात लोक में रहते हैं। इस दौरान भगवान महाकाल सृष्टि का संचालन करते हैं। देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु वापस वैकुंठ धाम आ जाते हैं। इसके बाद वैकुंठ चतुर्दशी पर हर (भगवान महाकाल) सृष्टि का भार हरि को सौंपने के लिए उनके दरबार गोपाल जी मंदिर पहुंचते हैं। उज्जैन में वर्षों से इस परंपरा को प्रतिवर्ष भव्य रूप से मनाया जाता है और हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस हरि-हर मिलन के साक्षी बनते हैं, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते इस परंपरा में आतिशबाजी और हिगोट चलाने पर जिला प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया था। महाकाल की सवारी में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी।

    शनिवार की रात 11 बजे राजाधिराज बाबा महाकाल (हर) चांदी की पालकी में सवार होकर महाकालेश्वर मंदिर से ठाठबाट के साथ गोपाल मंदिर की ओर रवाना हुए। हर की सवारी मंदिर से निकलते ही महाकाल के जयघोष से गगन गुंजायमान हो गया। कड़े सुरक्षा पहरे में भगवान की पालकी रात 12 बजे गोपाल मंदिर पहुंची। सुरक्षा घेरे में पालकी उठाकर चल रहे कहारों के अलावा केवल पुजारी, पुरोहित शामिल थे। सवारी मार्ग पर आम श्रद्धालुओं के दर्शन और पूजन की अनुमति नहीं थी और हिंगोट चलाने और आतिशबाजी पर भी प्रतिबंध था। इसके बावजूद कुछ श्रद्धालु इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए पहुंच गए और फुलझड़ियां जलाकर हरि-हर मिलन का आनंद उठाया।

    इसके बाद गोपाल मंदिर में हरि-हर मिलन हुआ। यहां भगवान महाकाल व गोपालजी को सम्मुख बैठाकर पूजा-अर्चना की गई। हरि हर मिलन के दौरान गोपाल मंदिर के पुजारियों ने बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना पर गोपालजी की ओर से उन्हें तुलसी की माला पहनाई। वहीं महाकाल मंदिर के पुजारियों ने गोपालजी का पूजन कर बिल्व पत्र की माला पहनाई गई। इस तरह सृष्टि का भार हर द्वारा हरि को सौंपने का कार्य संपन्न हुआ। हरि-हर मिलन के बाद महाकाल की सवारी पुनः निर्धारित मार्ग से वापस महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleनक्सली हमले में कोबरा के असिस्टेंट कमांडेंट शहीद, 9 जवान घायल
    Next Article एल्युमिनाई की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें शिक्षण संस्थान : प्रधानमंत्री
    sonu kumar

      Related Posts

      Exploration Approfondie Betify Casino Performances Offertes

      December 26, 2025

      Notice Technique Betify Casino Capacités Essentielles

      December 26, 2025

      Betify Casino: Guide Détaillé 153

      December 26, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • Exploration Approfondie Betify Casino Performances Offertes
      • Notice Technique Betify Casino Capacités Essentielles
      • Betify Casino: Guide Détaillé 153

      • Betify Casino – Examen Complet 108

      • झारखंड शिक्षक नियुक्ति: सहायक आचार्यों की पोस्टिंग लिस्ट जारी, 27 दिसंबर तक जॉइनिंग अनिवार्य
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version