झारखंड विधानसभा का 21 वां वर्षगांठ समारोह

रांची। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही से आम जनता को काफी अपेक्षाएं रहती हैं। आज का दिवस विधानसभा की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त करने के साथ उन कमियों, नीतियों और कार्य पद्धतियों पर मंथन एवं चिंतन करने का भी अवसर है। इससे कैसे हम और भी बेहतर ढंग से काम करें। साथ ही जनहित की आवश्यकताओं और उनकी समस्याओं के प्रति गंभीर और संवेदनशील रहें, ताकि उसके अनुरूप सरकारी नीतियां और योजनाएं बनाई जा सकें।

उन्होंने कहा कि सदन में वाद-विवाद हो, उच्च स्तर का हो, उसमें गंभीरता हो और सुचारू रूप से हो, इसका भी ध्यान रखने की आवश्यकता है। जनता न केवल अपने क्षेत्र के विधायक द्वारा किये गये प्रश्न को गंभीरतापूर्वक सुनती है, बल्कि सरकार का उस पर क्या विचार है, ये भी जानने को जिज्ञासु रहती है। इसे सदैव ध्यान में रखने की जरूरत है। इसलिए सदस्यों को बेहतर तरीके से प्रश्न करना चाहिये, ताकि सरकार से उचित जवाब मिले। यह सदन प्रजातन्त्र का सर्वोच्च मंदिर है। हमें इसकी गरिमा का सदैव ध्यान रखना चाहिये। इसकी मर्यादा को हमारे किसी आचरण से ठेस न पहुॅचे, इसका भी ख्याल रखना होगा। राज्यपाल सोमवार को झारखंड विधानसभा के 21वें वर्षगांठ समारोह में लोगों को संबोधित कर रहे थे।

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